राजनीति

रिपोर्टर ने योगी जी से पूछा – दिवाली और होली मना ली, क्या अब ईद भी मनाएंगे? मिला ये करार जवाब

नई दिल्ली – मार्च के पहले हफ्ते में हिन्दुओं का सबसे प्रसिद्ध त्योहार होली आ रही है। इसके पहले अभी से ही हर साल की तरह श्री कृष्ण की जन्मभूमि ब्रज में होली का आगाज हो चुका है। आपको बता दें कि ब्रज में होली का त्योहार एक हफ्ते पहले ही मनाना शुरु हो जाता है। दूर-दराज से लोग ब्रज की होली का आनंद उठाने यहां पहुंचना शुरु कर देते हैं। इसी मौके पर श्री कृष्ण जी की जन्मभूमि मथुरा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंच चुके हैं। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ श्री कृष्ण की जन्मभूमि ब्रज में जाकर होली मनाने वाले पहले उत्तर-प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं। योगी आदित्यनाथ ने होली मनाई और यहां लोगों में इस दौरान काफी उत्साह देखा गया। लेकिन, इस दौरान एक अजीब वाकया देखने को मिला।

योगी आदित्यनाथ ने होली मनाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली मनाई और इस दौरान उनके साथ बरसाना के मुख्य संरक्षक संत रमेश बाबा, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह जन्मस्थान के दर्शन किये और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। श्री कृष्ण भगवान के दर्शन के बाद योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत की। पत्रकारों से बातचीत के दौरान योगी ने कहा कि भगवान की जन्म भूमि, लीला भूमि है। यह देश का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था में कुछ खामियों पर भी ध्यान दिया। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था में बाधक जैसी चीजों का जायजा लिया।

पत्रकार के सवाल का दिया तीखा जवाब

पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक प्रत्रकार ने उनसे पूछा कि, आपने दीपावली अयोध्या में मनाई, होली बरसाना में। अब ईद कहां मनाएंगे। योगी आदित्यनाथ ने होली मनाई इसको लेकर ऐसा सवाल वाकई काफी दिलचस्प था। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं हिंदू हूं और मुझे भी धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है। मैंने न किसी को ईद मनाने से रोका न क्रिसमस मनाने से रोका। सभी को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है। हम लोग दीपोत्सव के लिए अयोध्या, होली के लिए बरसाना, देव दीपावली के लिए काशी, रामायण मेला मेला के लिए चित्रकूट और कुंभ मेला के लिए प्रयागराज जाएंगे। यह हमारी धार्मिक स्वतंत्रता है।

हालांकि, योगी आदित्यनाथ ने होली मनाई लेकिन वो ब्रज की लठमार होली नहीं खेल सके। आपको बता दें कि ब्रज की लठमार होली पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। लठमार होली में राधा जी के बरसाना और कान्हा के नंदगांव के बीच होली खेली जाती है। लठमार होली खेलने के लिए नंदगांव के बाल गोपाल, होली खेलने के लिए बरसाना आते हैं। जिसके बाद राधा जी के मंदिर की गलियों में होली खेली जाती है। यहां होली के दौरान कोई सीमा नहीं होती है। यह कई घंटों तक चलती है। इस दौरान बरसाना की गलियां रंगों से पूरी तरह रंग जाती हैं। होली के साथ साथ यहां हंसी-ठिठोली भी होती है। इस दौरान रंगों के साथ साथ बरसाना की महिलाएं उनपर रंग फेकने वालों पर लाठियों से वार करती हैं, जिससे बचने के लिए एक लकड़ी की ढाल का इस्तेमाल किया जाता है। इसीलिए इसे लठामार होली कहा जाता है।

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