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बीजेपी पर शिवसेना का बड़ा वार, कहा ‘मोदी का बजट कछुआ छाप अगरबत्ती’

महाराष्ट्र: बीजेपी की सहयोगी शिवसेना को मोदी सरकार का आखिर पूर्ण बजट रास नहीं आया है। जी हां, महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी की गठबंधन की सरकार है, ऐसे में शिवसेना का बीजेपी पर वार करना, बीजेपी के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। हालांकि, शिवसेना ने आगामी चुनावों में बीजेपी से रास्ते अलग करने का ऐलान कर दिया है, लेकिन फिर भी बीजेपी के लिए ये अच्छी खबर नहीं हो सकती है, क्योंकि बीजेपी की सहयोगी पार्टियां धीरे धीरे बीजेपी से कटती हुई नजर आ रही है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

बजट पर बीजेपी विपक्ष क्या, बीजेपी की सहयोगी पार्टियां भी व्यंग्य कसती हुई नजर आ रही है। याद दिला दें कि गुरूवार को लोकसभा में देश का बजट पेश हुआ, जिसके बाद कहीं खुशी तो कहीं मायूसी का नाजारा देखने को मिल रहा है। बजट को लेकर विपक्ष सरकार को आड़े हाथों लेती हुई नजर आ रही है। सोनिया गांधी की अगुवाई में विपक्ष की बैठक में भी यही तय किया गया कि बजट को लेकर संसद में सरकार को चारो तरफ से घेरना है।

मोदी सरकार के आखिर पूर्ण बजट पर शिवसेना ने वार करते हुए कहा कि मोदी का बजट कछुआ छाप अगरबत्ती है। बीजेपी पर एक के बाद एक व्यंग्य कसते हुए शिवसेना ने  कहा कि सपना बेचकर सत्ता में आई बीजेपी की केंद्र सरकार ने फिर एक बार सपनो की भुल-भुलैया को देश की जनता के सामने रख दिया है, जिससे साफ जाहिर होता है कि इस सरकार को देशवासियों के सपनों कौ सौदा करना ही आता है। साथ ही किसानोंं के लिए सौगात देने पर जहां पूरा देश जेटली की तारीफ कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ शिवसेना ने कहा कि किसानों से इतना  ही प्यार है तो स्वामीनाथम आयोग की रिपोर्ट लागू क्यों नहीं कराते हो?

शिवसेना ने अपने पत्र सामना में आगे कहा कि देश में चार सालों से बीजेपी की सरकार है, लेकिन तब से ही देश की अर्थव्यवस्था सुस्त हो गई है, ऐसा लगा रहा है, जैसे अर्थव्यवस्था कछुआ छाप अगरबत्ती हो गई है। वित्तमंत्री के भाषण को भी आड़े हाथो लेते हुए शिवसेना ने कहा कि वित्तमंत्री पर कितना दबाव है, वो उनके भाषण में साफ साफ नजर आ रहा था, ऐसे में ये सरकार फेल हो चुकी है।

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दरअसल, सत्ता मे आने से पहले बीजेपी के घोषणा-पत्र मे दिए गए स्वामीनाथन आयोग को लागू करने का आखिरी बजट में तो पूरा करने का मौका सरकार के पास था, पर सरकार ने ऐसा नहीं किया, जिसको लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। जी हां, शिवसेना ने कहा कि सरकार सिर्फ दिखावा करती है, जो काम करना चाहिए वो नहीं करती है। सामना में छपे लेख में शिवसेना ने आगे कहा कि अगर बजट का एक लाइन में विश्लेषण किया जाए तो यही होगा कि बार बार वही पुराना, कुछ नया नहीं। मतलब साफ है कि शिवसेना इस बजट से खुश नहीं है, जिसकी वजह से मोदी सरकार को सपनों का सौदागर भी तक कह डाला।

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