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मुंबई पुलिस की घिनोनी करतूत: कार में अपने बच्चे को दूध पिला रही थी महिला और उठा कर ले गये

मुंबई: आज के जमाने की पुलिस का दिमाग करप्शन ने खराब कर रखा है. भले वह जुर्म करने वाले को सज़ा दे या नही दें, मगर आम आदमी उनकी चक्की में जरुर पिस ही जाता है. कुछ ऐसा ही शर्मनाक मामला हाल में हमारे सामने आया है. जहाँ मुंबई की ट्रैफिक पुलिस ने रास्ते में क्रेन से एक कार को उठा लिया. जानकारी के अनुसार उस कार की पिछली सीट पर एक महिला अपने बच्चे को दूध पिला रही थी. वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को ऐसा करने से बहुत रोका मगर उन्होंने किसी की नहीं सुनी और बिना कुछ सोचे समझे कार को महिला समेत उठा ले गये. इसी बीच एक व्यक्ति ने पुलिस की इस घटिया हरकत का विडियो बना कर सोशल साइट्स पर अपलोड कर दिया. जिसके बाद से एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है.

दरअसल, ये पूरा मामला मुंबई के मलाड इलाके का है. जहाँ एक महिला कार में बच्चे को दूध पिला रही थी. तभी अचानक मुंबई पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को कब्जे में ले लिया. इसी बीच महिला मदद के लिए चिल्लाती रही जिसे सुन कर आस पास के लोगों ने पुलिस को ऐसा करने से रोकना चाह. मगर पुलिस ने सबकी बात को अनसुना कर दिया और कार को उठा कर ले गये. वहीँ पीड़ित महिला के अनुसार उसकी कार के आगे दो अन्य कारें भी थी लेकिन, पुलिस ने उसकी कार को निशाना बना लिया और बिना कुछ कहे सुने कार को खींचना शुरू कर दिया. वहीँ दूसरी और मुंबई ट्रैफिक पुलिस के अनुसार कार नो पार्किंग एरिया में थी और जब वह कार उठाने लगे तो महिला जान बूझ के उस कार में बैठ गई.

वहीँ उस घटना का लाइव विडियो बना रहे एक शक्स ने बताया कि वह महिला पुलिस को फाइन भरने के लिए तैयार थी. मगर किसी ने उस महिला की नहीं सुनी और कारवाई शुरू कर दी. पुलिस ने एक बार भी नहीं सोचा कि उनके ऐसा करने से महिला और बच्चे की जान भी जा सकती थी. विडियो बना रहे शक्स ने बताया कि उस ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने अपना नेम प्लेट भी नहीं लगाया था.

इस घटना के बाद मुंबई पुलिस ने एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही अब कमिश्नर ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश डीसीपी को दे दिए है. पुलिस ने डीसीपी को रविवार तक रिपोर्ट पेश करने का हुकुम दिया है. वही विडियो देखने के बाद वित्त मंत्री  सुधीर मुंगटिवार ने मामले की कड़ी कारवाई करने को  कहा है. मंत्री जी ने कहा कि “महिला और बच्चे के साथ अगर सच में ज्यादती हुई है तो ऐसा हम हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेंगे”.

इसके इलावा कांग्रेस और शिवसेना भी मुंबई पुलिस की इस करतूत से काफी शर्मिंदा है. वहीँ शिवसेना के प्रमुख अरविंद सावंत ने कहा कि पुलिस को महिला और बच्चे को कार में जानकर इस काम को अंजाम नहीं देना चाहिए था. फिलहाल डीसीपी ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

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