स्वास्थ्य

शादीशुदा महिलाओं में इस लिए बढ़ रहे हैं ब्रैस्ट कैंसर,हो जाईये सावधान, जानिए इनके लक्ष्ण और कारण

इस दुनिया में बदल रहे खान पान से इंसानों में बीमारियाँ भी दिनों दिन बढती नज़र आ रही है. इन्ही बिमारियों में से कैंसर एक ला इलाज बीमारी है. इसका यदि समय रहते पता चल जाए तो ठीक वरना ये इंसान के लिए जानलेवा भी सिद्ध हो सकती है. कैंसर के कईं प्रकार हैं. इन्ही में से आज हम ब्रैस्ट कैंसर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर का खतरा दिनों दिन बढ़ रहा है. इसके इलावा आपको ये जानकार हैरानी होगी कि ये बीमारी अब केवल औरतों तक ही सीमित नहीं रही बल्कि पुरुष भी इसका शिकार हो रहे हैं. इसके लिए लोगों को जागरूक होने की अधिक आवश्यकता है. स्तन कैंसर का सबसे बड़ा कारण हार्मोनल प्रोब्लम होती है. इसके इलावा महिलाएं इस बिमारी से अनजान रहती हैं और उन्हें इसके लक्षणों का पता नही चल पाता. आज के आर्टिकल में हम आपको ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े जरूरी तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं इनके कारण और लक्ष्ण आखिर क्या हैं-

ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े तथ्य

  • वैसे तो ब्रैस्ट कैंसर होने के लिए कोई ख़ास उम्र नहीं होती, ये किसी भी उम्र में हो सकता है. लेकिन, 40 साल के बाद की उम्र की महिलायों को इस बीमारी के होने की संभावना अधिक होती है.
  • अगर आपके खानदान में किसी ना किसी को कैंसर होता चला आ रहा है तो एक बार आप अपनी जांच डॉक्टर से जरुर करवा लें. क्यूंकि कईं बार अनुवांशिकता भी इस कैंसर का एक कारण होती है.
  • अगर आप शराब, धुम्रपान आदि जैसी नशीली वस्तों का सेवन करते हैं तो कैंसर के होने की संभावना अधिक रह सकती है.

जानिए क्या है ब्रैस्ट कैंसर?

महिलाओं के स्तनों में मौजूद कोशिकायों की अनियमित तौर पर वृद्धि होना कैंसर कहलाता है. ये स्तन के किसी भी हिस्से पर हो सकता है. स्तन कैंसर ज्यादातर निप्प्लस में दूध भेजने वाली नलियों, दूध उत्पन्न करने वाले छोटे कोशों और ग्रंथिहीन ऊतकों में होता है.

ब्रैस्ट कैंसर के प्रमुख कारण 

  • उम्र का बढना: स्तन कैंसर होने का सबसे पहला कारण बढ़ रही उम्र हो सकता है.
  • पहले से कैंसर होना: अगर आपको पहले से किसी प्रकार का कैंसर है या फिर कोई स्तन संबंधी रोग है तो इस कैंसर के चांस अधिक बढ़ जाते हैं.
  • हार्मोन: हार्मोन में आने वाले बदलाव भी इस कैंसर के कारण बनते हैं. ख़ास कर ओस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन से लंबे समय तक संसर्ग होने से ब्रैस्ट कैंसर का  खतरा बढ़ जाता है.
  • लाइफस्टाइल: इंसान का रहन सहन और खान पान भी स्तन कैंसर का कारण बन सकता है.
  • जेनेटिकल प्रोब्लम: दुनिया में 5 से 10 प्रतिशत लोगों को उनके जीन के कारण कैंसर पनपता है.

ब्रैस्ट कैंसर के लक्ष्ण 

  • महिलायों के स्तन पर या बाजू के नीचे मोटापन.
  • स्तन के निप्पल से पानी या खून निकलना.
  • निप्पल पर जख्म या पपड़ी बनना.
  • स्तन के निप्पल का उबरने की जगह अंदर की तरफ धंसना.
  • स्तन पर लाली या फिर सूजन महसूस होना.
  • त्वचा पर संतरे की बनावट के गड्डे बनना.
  • दोनों स्तनों की ऊँचाई में बदलाव होना.
  • त्वचा पर अल्सर या फोड़ा होना अगर आपको भी इनमे से कोई एक लक्ष्ण महसूस हो राह है, तो आज ही अपने डॉक्टर से जांच करवा लें. क्यूनी आपकी छोटी सी गक्ति भी आपको मौत के मुंह तक पहुंचा सकती है.


शादी के बाद इसलिए बढ़ जाते है महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर

ऐसी महिलाएं जो अपने बच्चे को दूध पिलाती है उनमें से कई महिलायें ऐसी भी है जो अपने ब्रेस्ट की सही ढंग से साफ सफाई नही रखती या दूध पिलाते वक्त अपने हाथों को नही धोती, जिससे वे बच्चे के साथ-साथ अपने आप को भी खतरे में डाल देती है। क्योंकि साफ सफाई नही रखने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है को आगे चलके ब्रेस्ट कैंसर का रूप ले लेती है। इसलिए जब भी आप बच्चे को फीडिंग कराए उसके पहले एवं बाद में अपने आपको भी साफ रखने की कोशिश करे।

कई महिलाएं रोज कोई ना कोई दवा का सेवन लंबे समय तक करती रहती है जैसे आई-पिल या दर्द निवारक आदि। ऐसी दवाएं लंबे समय तक लेने से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बेहद बढ़ जाती है।

अगर 30 साल की उम्र के बाद युवतियों की शादी होती है तो उनमें स्तन कैंसर की संभावना अधिक बढ़ जाती है। पहली संतान भी 30 साल की उम्र से पहले हो जानी चाहिए। अगर इसके बाद संतान होती है तो भी स्तन स्तन कैंसर का खतरा बना रहता है।

देश के जाने माने कैंसर रोग विशेषज्ञ खास बातचीत करते हुए बताया कि युवतियों की शादी 22 से 23 साल की आयु में हो जानी चाहिए। युवतियां एवं महिलाएं स्तन में गांठ, दर्द को शर्म के चलते नहीं बता पाती है। जबकि सामान्य लक्षण महसूस होने पर ही चिकित्सक/ विशेषज्ञ की राय लेनी चाहिए। हमारे देश में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख स्तन कैंसर के नए रोगी सामने आ रहे हैं। वर्ष 2012 में सर्वाधिक स्तन कैंसर के सामने आए हैं। गर्भकोष का कैंसर में विकराल रूप लेता जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैंसर लाइफ स्टाइल की भांति है। सभी तरह के कैंसर के प्रतिवर्ष 12 लाख रोगी नए आ रहे हैं। देश में वर्तमान में 20 से 50 लाख कैंसर के रोगी है।

यह है कैंसर की वजह

शादी व बच्चे देरी से होना, बच्चे नहीं होना स्तन कैंसर की प्रमुख वजह है। साथ ही मोटापा बढऩा, सिगरेट, शराब का सेवन, गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक उपयोग करना, माहवारी रोकने की दवाएं लेना भी कैंसर का कारण बऩ रहा है।

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