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आखिर पैरों में क्यों नहीं पहनते सोने के गहने, जानिए इसका धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

हमारे यहां वेशभूषा के साथ आभूषणों का भी विशेष महत्व है.. खासकर महिलाओं को तो आभूषणों से खास लगाव होता है। हर वर्ग की महिलाओं में गहनों को लेकर विशेष लगाव देखने को मिलता है और महिलाओं की इस दीवानगी को देखते हुए समय के अनुसार ज्वेलरी के भी नए नए डिजाइन मार्केट में आते रहते हैं.. कपड़ों के जैसे हर साल ज्वेलरी में भी नया ट्रेंड देखने को मिलता है.. जैसे कि पहले जहां सोने-चांदी और हीरे के जेवर पंसद किए जाते थें वहीं अब प्लेटिनम की ज्वेलरी खूब पंसद की जा रही है और इसके साथ ही हर बार अपने ग्राहको की मांग की दखते हुए ज्वेलरी डिजाइनर कुछ नया लेकर आते हैं पर गहनों के बारे में एक बात हमेशा कॉमन रहती है वो ये कि पैरों के लिए कभी भी सोने के जेवर ना तो बनाए जाते हैं और ना ही लोग पहनते हैं। ऐसा आपने हमेशा देखा होगा पर क्या आप इसकी वजह जानते हैं.. अगर नही तो, चलिए आज आपको इसकी सही वजह बताते हैं..

आपने देखा होगा कि कोई महिला भलें ही सिर से लेकर कमर तक सोने के गहनों से लदी हो पर पैर में वो चांदी के पायल ही पहनी होती है। दरअसल पैरो में चांदी के आभूषण पहनने के पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनो कारण है .. आइए जानते हैं इन दोनो कारण को

धार्मिक कारण

दरअसल धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो सोने को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। साथ ही भगवान विष्णु जी को भी सोना बहुत प्रिय है और जो वस्तु भगवान को प्रिय है, उसे अगर पैर में धारण किया जाए तो फिर वो भगवान का अपमान होगा। इसलिए हमेशा सोने के आभूषणों को कमर के ऊपर तक ही पहना जाता है।

इसके साथ ही पैरो की शोभा चाँदी के पायल से इसलिए बढ़ाई जाती है क्योंकि मान्यता है कि चाँदी के पायल में जो घुंघरू लगाये जाते हैं.. उससे जो आवाज़, जो खनक होती है, वो सीधे हृदय तक पहुँचती है और उससे व्यक्ति का चित शांत होता है।

वैज्ञानिक कारण

वैसे पैरों में सोने के बजाए चाँदी के आभूषण पहनने के कुछ वैज्ञानिक कारण भी हैं। जैसे सोने की तासीर गर्म होती है जबकि वहीं चांदी शीतल होती है.. ऐसे में सिर पर सोना और पैरों में चांदी के गहने ही पहनने चाहिए क्योंकि इससे सिर से उत्पन्न ऊर्जा पैरों में और चांदी से उत्पन्न ठंडक सिर में जाएगी जिससे कि शरीर में उचित तापमान बना रहेगा। वहीं अगर सिर और पांव दोनों में ही सोने के गहने पहन लिया जाए तो इससे सिर और पैर दोनों में समान गर्म ऊर्जा प्रवाहित होगी  और वो व्यक्ति के लिए हानिकारक हो सकता है.. इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए स्वास्थय लाभ की दृष्टि से चांदी का पायल पहनना ही उचित है। इसके साथ ही पैरों में चांदी की पायल  पहनने का एक लाभ ये भी मिलता है कि चूंकि पायल हमेशा पैरों से रगड़ती रहती है, ऐसे में चांदी की पायल होने पर उससे चांदी के प्रभाव से पैरो की हड्डियों को लाभ मिलता है.. इससे स्त्रियों के पैरों की हड्डी को मजबूती मिलती है।

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