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इस डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन ने मचाया सोशल मीडिया में बवाल, लिखी ऐसी चीज़ की उड़े फार्मासिस्ट के होश

भरतपुर: इस दुनिया में जब भी कोई इंसान बीमार होता है तो वह सबसे पहले डॉक्टर के पास जाने की सोचता है. क्यूंकि, डॉक्टर ही एकमात्र ऐसा इंसान है जो उनकी हर बीमारी की समस्या को दूर कर सकता है. शायद इसीलिए भगवान के बाद डॉक्टर को जान बचाने वाला देवता माना जाता है. जरूरी नहीं कि हर डॉक्टर भगवान ही हो क्यूंकि आजकल के ज़माने में डॉक्टर्स बेहद लालची हो गये हैं. वह अपने पैसे कमाने के लिए इतना गिर जाते हैं कि मरीज़ चाहे जीये या मरे उन्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता. भारत में बढ़ रही करप्शन में केवल नेता ही नहीं बल्कि, डॉक्टर्स भी शामिल हैं. हमारे भारत में ऐसी ऐसी घटिया दवाईयां बन रही हैं, जिनसे कोई भी मरीज़ खतरे तक जा सकता है. ये सब जानते हुए भी डॉक्टर्स अपनी कमीशन पाने के लिए उन दवाईयों को लेने की सलाह देते हैं. इसलिए कुल मिला कर ये कह लीजिये कि डॉक्टर ही एक मरते हुए मरीज़ की आखिर उम्मीद होता है.

ऐसे में एक अच्छा और इमानदार डॉक्टर हो तो बात ही कुछ और है. अक्सर हमने सुना होगा कि “जहाँ दवाई काम ना करे, वहां दुआ काम करती है“. लेकिन, क्या हो जब कोई डॉक्टर ही इस बात को सीरियस ले जाये? जी हाँ,अभी हाल ही में राजस्थान के भरतपुर से एक हैरतंगेज़ मामला सामने आया है. जहाँ एक डॉक्टर ने मरीज़ को दवाई की जगह भगवान का पाठ करने के लिए प्रिसक्रिप्शन लिख दी. आपको जानकार हैरानी होगी कि इस डॉक्टर की ये प्रिसक्रिप्शन इन दिनों सोशल साइट्स पर खूब वायरल हो रही है. चलिए जानते हैं आखिर पूरी ख़बर क्या है…

दवाई की जगह हनुमान चालीसा की दी सलाह

बड़े बड़े डॉक्टर्स को हमने देखा होगा कि वह मरीज़ को महंगी से महंगी दवाईयां खाने की सलाह देते हैं. लेकिन, राजस्थान के भरतपुर में एक डॉक्टर ऐसा भी है, जो अपने मरीजों को दवाई की जगह हनुमान चालीसा के पाठ करने की हिदायत देता है. मेडिसिन में एमडी और हृदय रोग के विशेषज्ञ, इस डॉक्टर का नाम है डॉक्टर दिनेश शर्मा. इनकी उम्र फिलहाल 69 साल की है. ये डॉक्टर शर्मा बाकी सभी डॉक्टर से एकदम हटके हैं. इन दिनों सोशल साइट्स पर शर्मा जी का लिखा हुआ एक प्रिसक्रिप्शन काफी वायरल हो रहा है. जिसमे इन्होने पाने एक मरीज़ को दवाईयों के साथ साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने और आरती के समय रोज़ मंदिर जाने के लिए कहा है. इस प्रिसक्रिप्शन को देख पूरा भारत सन्न है. भला कोई डॉक्टर भी ऐसा लिख सकता है? ये तो सोचने वाली बात है.

तनाव है बिमारियों का कारण…

डॉक्टर शर्मा के इस पर्चे ने पूरे भारत में तहलका मचा रखा है. केवल यही नहीं बल्कि, कभी कभी ये पर्चे पर “डॉक्टर इलाज़ करता है लेकिन, ठीक भगवान करता है” भी लिख देते हैं. इनके अजीबो गरीब प्रिसक्रिप्शन लिखने का जब कारण पुछा गया तो उन्होंने बताया कि वह एक फिसिशियन रह चुके हैं और उन्होंने इस काम से 1998 में रिटायरमेंट ले लिया था. इसके बाद से ही वह रणजीत नगर, रेलवे रॉड पर स्थित अपने क्लिनिक में मरीजों को देखते आ रहे हैं. डॉक्टर शर्मा ने कहा कि वह अपने मरीजों को पाठ करने की हिदायत इसलिए देते हैं क्यों कि अधिकतर मरीज़ मानसिक तनाव के शिकार रहते हैं. ऐसे में भगवान का पाठ करने से उनके मन को शान्ति मिलती है और वह जल्दी रिकवर करने लगते हैं.

बहरहाल, डॉक्टर शर्मा के अजीबो-गरीब ट्रीटमेंट की दाद पूरा भारत दे रहा है..!!

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