बॉलीवुड

साउथ स्टार रजनीकांत को मिला दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड तो उन्होंने बस ड्राइवर को ठहराया जिम्मेदार

भारतीय सिनेमा आज अपने नए आयाम छूते जा रहा है. भारतीय सिनेमा ने बहुत कम समय में ही विश्व पटल पर अपनी एक यूनिक पहचान बनाई है. भारत के सिनेमा का जनक दादा साहेब फाल्के को कहा जाता है. उन्होंने ही भारत में सिनेमा को शुरू किया था. उनके इसी प्रयास और योगदान के चलते भारत में उनके नाम से सबसे बड़ा सिनेमा का अवार्ड बनाया गया है. आज दादा साहेब फाल्के अवार्ड भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा अवार्ड बन गया है.

यह अवार्ड पाने का गौरव भारत में बहुत ही कम लोगों को मिला है. इसी लिस्ट में हालिया भारत के अभिनेता और साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत का नाम भी शामिल हो चुका है. हालिया कुछ दिनों पहले ही इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने दी है. प्रकाश जावडे़कर ने बताया है कि रजनीकांत को सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से 3 मई को सम्मानित किया जायेगा.

इस खबर के आते से ही रजनी के फैंस काफी खुश नज़र आ रहे है. उनमे गजब का उत्साह देखा जा रहा है. उन्होंने अभी से जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है. वहीं थलाइवा को तमाम सेलेब्स बधाइयां दे रहे हैं. इसके साथ ही विभिन्न तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उन्हें नए नए तरीकों से ट्रिब्यूट दिया जा रहा है. बता दें कि साउथ में रजनी को भगवान की तरह पूजा जाता है.

अवार्ड की घोषणा होने के बाद रजनी ने बस ड्राइवर को शुक्रिया अदा किया
इस बेशकीमती अवार्ड की घोषणा होने के बाद खुद रजनीकांत ने एक स्पेशल चिट्ठी के जरिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की सरकार और कई अन्य साथी कलाकारों का शुक्रिया अदा किया है. इसके साथ ही इस सुपरस्टार ने इस पत्र में एक बसा ड्राइवर का भी शुक्रिया अदा किया है. रजनी ने अपनी सफलता का क्रेडिट उन्हें दिया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस चिट्ठी में स्टार रजनीकांत ने लिखा है- मैं इस अवॉर्ड को अपने दोस्त राज बहादुर को डेडिकेट करना चाहूंगा, उसी ने मेरा टैलेंट समझा था और मुझे कई मौके मिल पाए. इसमें उन्होंने लिखा, मैं इसके साथ अपने भाई Satyanarayana राव का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने कई बलिदान किए, ताकि मैं एक अभिनेता बन सकू. मेरे गुरु बालाचंदर को भी शुक्रिया कहता हूँ, जिन्होंने मुझे बड़े पर्दे से रूबरू करवाया और मैं असल मायनों में रजनीकांत बन पाया.

रजनीकांत ने इस दौरान राज बहादुर को शुक्रिया कहा है. बता दें कि राज बहादुर कोई फ़िल्मी स्टार नहीं है. बल्कि वह बस एक सिर्फ बस ड्राइवर है. जिन्होंने शुरूआती दौर में रजनीकांत की मदद की थी. इस तरह सुपरस्टार रजनीकांत का उन्हें आज भी याद करना बताता है कि वह आज भी जमीं से जुड़े है. इसलिए उनके फैंन्स उन्हें भगवन की तरह पूजते है.

गौरतलब है कि रजनीकांत का जन्म बेंगलुरु के मराठी परिवार में 12 दिसंबर, 1950 को हुआ था. साउथ में तो उनको थलाइवा और भगवान कहा जाता है. सुपरस्टार रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. गरीब परिवार में जन्मे रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड में ही नहीं बॉलीवुड में भी अपना सिक्का खूब चमकाया. आज उन्हें पूरी दुनिया जानती है.

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