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मिल गई सरकार को स्विस बैंक के खाताधारकों की लिस्ट, अब सामने आएंगे काले धन ऱखने वालों के नाम!

साल 2016 में जब नोटबंदी हुई तो झटपट लोगों ने अपना सारा काला धन स्विट्जरलैंड के स्विस बैंक में डिपॉजिट करवा दिए। जिनका लिंक यहां से नहीं था उन्हें अपना काला धन रखने में बहुत परेशानियां हुईं। अब स्विस बैंक से एक खबर आ रही है जो भारत में सनसनी और उन लोगों की नींदे उड़ा सकती हैं जिन्होंने भारत का काला धन विदेश में जमाकरके रखा है क्योंकि मिल गई सरकार को स्विस बैंक के खाताधारकों की लिस्ट, जिसमें कई लोगों के नाम खुल सकते हैं।

मिल गई सरकार को स्विस बैंक के खाताधारकों की लिस्ट

विदेशी धरती में काले धन की जानकारी मिलने के मामले में मोदी सरकार को एक बड़ी कामयाबी मिल सकती है। स्विट्जरलैंड की सरकार ने भारत सरकार को बैंक खातों से जुड़ी पहली जानकारी सौंपी है और स्विट्जरलैंड की ओर से स्विस बैंक में खुले भारतीय खातों की जानकारी सौंपी है और भारत के कुछ चुनिंदा देशों में एक है जिन्हें जानकारी मिल रही है। स्विट्जरलैंड के टैक्स विभाग के मुताबिक, इसके बाद भारत सरकार को अगली जानकारी साल 2020 में सौंपी जाएगी। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्विट्जरलैंड में दुनिया के 75 देशों के करीब 31 लाख खाते हैं जो रडार पर हैं और इनमें कई भारतीयों के नाम भी शामिल हैं। स्विट्जरलैंड की सरकार से जानकारी मिलने के बाद भरात सरकार का कहना है कि जो जानकारी मिली है उसमें सभी खाते गैरकानूनी नहीं है।

सरकारी एजेसिंयां अब इस मामले की जांच शुरु करेगी और इसमें खाताधारकों के नाम, उनके खाते की जानकारी को इकट्ठा किया जाएगा और फिर कानून के हिसाब से ही एक्शन लिया जाएगा। विदेश में जमा हुए काले धन को भारत में लौटाना एक भारी मुद्दा रहा है वो भी ये मोदी सरकार के लिए साल 2014 और साल 2019 का खास मुद्दा रहा है। अब अगर इस लड़ाई में साल 2020 तक सफलता मिल जाती है तो ये मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक कामयाबी होगी। इससे पहले जून, 019 में स्विस नेशनल बैंक की ओर से जारी रिपोर्ट में ये बात सामने आई थी कि स्विस बैंकों में भारतीयों ने जो राशि जमा की है उसमें गिरावट आई है। साल 2018 के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीयों का अब 6757 करोड़ रुपये ही स्विस बैंकों में जमा है, हालांकि इसमें कितना काला धन है कितना नहीं ये कहना अभी मुश्किल है।

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