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27 जुलाई 2018 को पड़ रहा है साल का दूसरा चंद्रग्रहण, चंद्रग्रहण के समय भूलकर भी ना करें ये काम

सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनो की प्राकृतिक घटनाएँ हैं। लेकिन इसका मनुष्य के जीवन पर बहुत ज़्यादा असर पड़ता है। जो लोग इन बातों को नहीं मानते हैं और इसको अनदेखा करते हैं, उनके जीवन में कई तरह की परेशनियाँ आ जाती हैं। हिंदू धर्मशास्त्रों में भी इन दोनो घटनाओं का काफ़ी महत्व बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी बातें हैं, जिनका पालन हर किसी को करना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें इस बार दूसरा चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 को हो पड़ रहा है।

कैसे होता है चंद्र ग्रहण:

 

जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तब सूर्य का प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है। इस वजह से चंद्रमा पर पूरा अँधेरा छाया रहता है। इस भौगोलिक घटना को चंद्रग्रहण कहा जाता है। चंद्रग्रहण के बारे में हमारे धर्मशास्त्रों में भी बताया गया है। यह भौगोलिक घटना लाखों सालों से होती आ रही है। इंसानी सभ्यता की शुरुआत से ही यह लोगों के लिए कौतुहल का विषय रहा। लेकिन वैज्ञानिक विकास के बाद इस राज से पर्दा उठ गया कि ऐसा आख़िर किस वजह से होता है।

शास्त्रों के अनुसार कुछ चंद्रग्रहण के समय कुछ नियमों का पालन करना बहुत ही ज़रूरी होता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसका दुष्प्रभाव व्यक्ति को भुगतना पड़ सकता है। इसकी वजह से व्यक्ति को भविष्य में कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें चंद्रग्रहण के समय भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

चंद्रग्रहण के समय कौन से काम करें और कौन से काम नहीं:

*- ग्रहण से पहले पकाया हुआ भोजन ना खाएँ:

हिंदू धर्मशास्त्रों में यह बताया गया है कि अगर ग्रहण लगने से पहले आपने भोजन पका लिया है तो उसे ग्रहण लगने के बाद नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की वजह से भोजन पर उसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

*- करते रहें मंत्रों का मानसिक जाप:

चंद्रग्रहण के समय मंत्रों का मानसिक जाप करते रहना चाहिए। इस समय आप अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप कर सकते हैं।

*- ग्रहण के समय तेल से मालिश नहीं करना चाहिए:

आपको बता दें हर रोज़ भले ही आप तेल से अपने शरीर की मालिश करते हों, लेकिन ग्रहण के समय तेल मालिश नहीं करना चाहिए। अगर आप ग्रहण के समय तेल से मालिश करते हैं तो आपको त्वचा सम्बंधी रोगों का सामना करना पड़ सकता है।

*- भूलकर भी ना सोएँ ग्रहण के समय:

स्वस्थ्य व्यक्ति का ग्रहण के समय सोना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा करने वाले स्वस्थ्य व्यक्ति को कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

*- ग्रहण के समय पति-पत्नी को संयम रखना चाहिए:

ग्रहण काल में पति-पत्नी को संयम रखना चाहिए। इस समय भूलकर भी शारीरिक सम्बंध नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।

*- चंद्रग्रहण के समय ना करें पूजा-पाठ:

धर्मशास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण के समय पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए। जिस दिन चंद्रग्रहण होता है, उसके 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस समय केवल अपने मन में मंत्रों का जाप करना चाहिए।

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