बॉलीवुड

करीना कपूर का सोहा अली खान के लिए आया कड़वा बयान, सुन कर सैफ अली खान भी रो पड़े

मुंबई: बॉलीवुड एक ऐसी भारतीय फ़िल्मी इंडस्ट्री है, जहाँ आये दिन कोई न कोई एक्टर खबरों की सुर्ख़ियों में बना रहता है. ये इंडस्ट्री दूर से जितनी हसीन लगती है, पास से उतनी ही खराब और खोखली है. बॉलीवुड में रोज़ कई नए चेहरे डेब्यू करते हैं, जिनमे से कुछ ही ऐसे लोग है, जो कामयाबी की सीढ़ी चढ़ पाते हैं. बॉलीवुड के स्टार्स एक्टिंग में एक दुसरे को मात देने में लगे रहते हैं. ऐसे में कुछ ऐसे भी स्टार्स हैं, जिनका आपसी प्यार शादी में बदल चुका है. उन्ही लोगों में से आज हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के तीसरे खान यानी सैफ अली खान और उनकी पत्नी करीना कपूर खान की. अभी हाल ही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान करीना कपूर खान ने अपने पति सैफ अली खान की बहन सोहा अली खान के बारे में कुछ ऐसा बयान दिया, जिसको सुन कर पूरा बॉलीवुड हैरान है. केवल इतना ही नहीं बल्कि, करीना के इस बयान से सैफ अली खान भी रो पड़े. बहरहाल, चलिए जानते हैं आखिर ये पूरा मामला क्या था…

जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि सोहा अली खान आये दिन कोई न कोई नई रचना लेकर हमारे सामने लाती हैं. वैसे ही हाल ही में सोहा ने अपनी नई रचना ‘द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरेटली फेमस’ का विमोचन किया. इस इवेंट के दौरान बॉलीवुड की कईं हस्तियों को भी बुलाया गया. जिनमे से कुनाल खेमू, शर्मीला टैगोर, सैफ अली खान और करीना कपूर भी मौजूद थे. इसी दौरान करीना ने सोहा अली खान को एक सशक्त महिला बताया. केवल इतना ही नहीं बल्कि, करना कपूर खान ने सबके सामने सोहा अली खान को एक मिशाल भी बताया. करीना के अनुसार सोहा एक ऐसी मिशाल है, जिन्हें अपनी परसिद्धि से कोई फर्क नही पड़ता बल्कि, वह खुद भी उनके ही आधार पर खड़े हैं.

इसके इलावा करीना कपूर ने सोहा अली खान की तारीफ करते हुए कहा कि, मैंने कभी भी इस तरह की बेटी नहीं देखी है. वैसे तो मैं खुद भी एक बेटी हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि जैसा उन्होंने किया, मैं कभी कर सकूंगी.”  करीना ने कहा कि उन्होंने सोहा जैसी सशक्त महिला आज तक नहीं देखी.

सोहा अली ने अपनी किताब की लांच इवेंट में बताया कि अपनी पूरी ज़िन्दगी में उन्होंने बहुत मेहनत की है. भले फिल्मों में उन्हें कामयाबी नहीं मिल पायी लेकिन, उन्होंने कभी भी पीछे मुड कर देखना नहीं सीखा. इसके इलावा सोहा ने बताया कि जब लोग उन्हें “वर्किंग एक्टर” बुलाते हैं तो उन्हें काफी दुःख भी महसूस होता है. सोहा ने कहा कि बतौर कलाकार संगर्ष हमेशा उनके साथ ही चलता आ रहा है. इसी संगर्ष की देन है जो आज वह पुस्तक लिख पाई हैं.

इसी बीच जब सोहा को पुछा गया कि उन्हें किताब लिखने की प्रेरणा किस्से मिली. तो उन्होंने बताया कि वह पहले से ही कईं तरह के आलेख लिखा करती थी. परन्तु 40 से 50 हजार वर्ड्स लिखना उनके लिए कठिन रहा. वह हमेशा से गैर-काल्पनिक किताब लिखने की इच्छुक थी क्यूंकि, उन्हें रचनात्मिक लिखने में कोई रुचि नहीं थी. इसके इलावा किताब के खुलासे करते हुए सोहा ने बताया कि उनकी प्रेरणा उनकी माँ शर्मीला टैगोर है.

 

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