बॉलीवुड

माधुरी दीक्षित की हमशक्ल कही जाती थी ये खूबसूरत एक्ट्रेस, इस मजबूरी में छोड़ दी थी इंडस्ट्री

फिल्मों के शौकीन लोग माधुरी दीक्षित को बेहतरीन अदाकारा के रूप में जानते हैं, माधुरी की हर एक फिल्म को देखने के लिए दीवानों की भीड़ लग जाती थी। अस्सी और नब्बे के दशक में माधुरी दीक्षित की दीवानगी इतनी थी, कि लोग एक फिल्म को कई बार देखते थे, लड़कियों में माधुरी की हेयर स्टाइल से लेकर चाल ढ़ाल तक कॉपी की गई।

इसीलिए शायद माधुरी की दीवानगी देखते हुए रामगोपाल वर्मा ने माधुरी दीक्षित पर फिल्म बनाई थी। जिसका नाम था ‘मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं’ जिसमें अंतरामाली ने बेहतरीन एक्टिंग की था। लेकिन बहुत कम लोग ये जानते हैं, कि उस दौर में एक और अदाकारा थी, जिन्होने  लोगों ने उन्हें माधुरी की हमशक्ल तक कहा था। लखनऊ की पली बढ़ी ये लड़की कई फिल्मों में काम कर चुकी है, लेकिन एक वो दौर आया जब मजबूरी में उन्हें फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ी थी। वरना बॉलीवुड को एक और माधुरी मिल जाती।

सन 1994 में मेरा नाम आजाद फिल्म जिसमें मेन रोल अनिल कपूर ने निभाया था। उनके साथ इंस्पेटर की शालू का किरदार निभाने वाली निक्की अनेजा को कभी डायरेक्टर्स ने माधुरी दीक्षित की हमशक्ल कहा था। एक कार्यक्रम के प्रोमोशन में लखनऊ पहुंची निक्की अनेजा ने बताया की मेरा बैकग्राउंड फिल्मी था, पापा का अंधेरी मुंबई में सेठ स्टूडियो था, जो अपने जमाने का इकलौता एयर कंडीशन स्टूडियो था। लेकिन मेरा कभी फिल्म लाइन में जाने का मन नहीं था। मैं हमेशा से पायलट बनना चाहती थी। निक्की बताती हैं कि फ्लाइंग क्लब मुंबई में मैंने 72 घंटे फ्लाइंग की है।

आगे की ट्रेनिंग के लिए टेक्सास जाना था लेकिन पापा ने पैसे देने से इंकार कर दिया। पापा रिस्क नहीं लेना चाहते थे। मेरा सपना यहीं टूट गया। वाद में मैं भाई परमीत सेठी के पास चली गई। जिसने मुझे एक्टिंग करने की सलाह  दी। इसके बाद मैंने पोर्टफोलियो बनाया। मैं पहले पोर्टफोलियो करके निकली ही थी कि दूसरे पोर्टफोलियो का ऑफर आ गया। जिससे मुझे 8 हजार रुपए मिले। उसके बाद तो ऐड कंपनियों की मेरे पास लाइन लग गई। पैसे भी अच्छे मिलने लगे, घूमने लगी और मुझे मॉडलिंग से प्यार हो गया। निक्की बताती हैं कि मैं मॉडलिंग नहीं, बल्कि सिर्फ पैसे कमाना चाहती थी, ताकि अमेरिका जाकर फ्लाइंग की ट्रेनिंग कर सकूं। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था।

मॉडलिंग के दौरान ही मुझे एक दिन डायरेक्टर पहलाज निहलानी की कॉल आई, पहलाज ने मुझे फिल्म में एक्टिंग का ऑफर दिया। खुशी खुशी मैंने जब पापा को बताया तो उन्होने झट से न कर दी।  उन्होंने कहा, इंडस्ट्री सही जगह नहीं है। मैंने पापा को बोला कि एक कोशिश करने दीजिए, समझ नहीं आएगा तो नहीं करुंगी। जिसके बाद मैंने पहली फिल्म ‘मिस्टर आजाद’ की। जिसके बाद मुझपर माधुरी दीक्षियत की हमशक्ल होने का ठप्पा लग गया।

निक्की अनेजा बताती हैं, कि उन्हे दूसरी फिल्म ‘यस बॉस’ का ऑफर मिला। लेकिन बदकिस्मती से इसी दौरान पापा की डेथ हो गई। जिसके  बाद प्रोड्यूसर रतन जैन को मैने साइनिंग अमाउंट वापस कर दिया। पापा की डेथ के बाद मैं एकदम से डर गई थी। मुझे हमेशा कुछ गलत होने का डर सताने लगा था। इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच और हैरेसमेंट वाली बातें सुनकर मैंने इंडस्ट्री छोड़ दी, ताकी कुछ गलत न हो।

इसके बाद निक्की अनेजा ने 2002 में सोनी वालिया से शादी कर ली। उसी साल यूके शिफ्ट हो गईं। इनके 2 बच्चे हैं। अब दोबारा टीवी से वापसी कर रह हैं।

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