स्वास्थ्य

शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ाना है तो रखें इन बातों का ध्यान,झट से बढ़ जाएगा बॉडी का मेटाबॉलिज्म

कुछ लोगों को उनके खाने का फायदा नहीं मिलता. अपनी लाइफस्टाइल चेंज कर देने के बाद भी उनमें कोई फर्क नहीं आता. वह इस बात से परेशान रहते हैं और उन्हें समझ नहीं आता कि ऐसे में क्या करना चाहिए. वह कैलोरी लें या खर्च करें, इसका उनके मेटाबॉलिज्म पर कोई फर्क नहीं पड़ता. मेटाबॉलिज्म को अक्सर ग़लत तरीके से लिया जाता है. हर किसी का जन्म एक ‘सेट प्वाइंट’ के साथ होता है, जिसे हमारा शरीर हमारे आदर्श वजन और मेटाबॉलिक रेट के तौर पर स्थापित करता है जिसको हम BMI के नाम से जानते हैं. जब हम शारीरिक गतिविधि‍ करे बिना ज़रुरत से अधिक खा लेते हैं, तो यह ‘सेट प्वांइट’ अपनी जगह से हिल जाता है. एक स्ट्रांग मेटाबॉलिज्म के लिए खाना बहुत जरूरी है. आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और एक हेल्दी लाइफ जीने में आपकी मदद करेंगे.

इन तरीकों से बढ़ाएं मेटाबॉलिज्म

  • नाश्ता हर रोज़ करना चाहिए. नाश्ता न करने से आप भूखे रह जाते हैं जिस वजह से थकान होती है और फिर बाद में अधिक फैट वाली चीज़ें खाने का मन करता है. इसलिए नाश्ता नहीं करने वाले लोग मोटापे के अधिक शिकार होते हैं. उनमें ट्राइग्लिसराइड का लेवल भी ज्यादा होता है.

  • दिन में तीन बार पूरा भोजन करना चाहिए और इस बीच में दो से तीन बार हेल्दी स्नैक्स खाने चाहिए. खाना छोड़ने से अपच और एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है और आप भूखें रहने स मेटाबॉलिक रेट गिर जाता है.

  • नाश्ते में नमकीन, भुजिया या अन्य तली हुई चीज़ खाने से बचें. इनके बजाए फल, मेवे, चना, छाछ या नारि‍यल का पानी पीने की आदत डालें.

  • पेय पदार्थ आपके शरीर से न सिर्फ विषैले तत्व बाहर निकालते हैं बल्कि वजन घटाने और त्वचा चमकदार बनाने में भी मदद करते हैं. दिनभर में कम से कम 5 से 3 लीटर तक पानी पीना चाहिए.

  • ग्रीन टी बहुत फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद कैमिकल कंपाउंड्स कैलोरीज बर्न करते हैं. एवकैडो खाने की आदत डालें. एवकैडो में मौजूद भरपूर ओमेगा- 3 फैटी एसिड ब्लड शुगर और इंफ्लेमेशन को नियंत्रित करता है और इससे मेटाबॉलिज्म स्थिर रहता है.

  • जल्द से जल्द कैफीन, अल्कोहल, डिब्बाबंद खाना, नमक, चीनी, गेहूं और रेड मीट खाना छोड़ दें. शुद्ध खाना खाने की आदत डालें. कच्चे फल और सब्जियां, साबुत अनाज (सफेद चावल छोड़कर), मसूर की दाल, कच्चे मेवे व अंकुर, मछली, सब्जी, और खूब सारे पेय पदार्थ खाएं.

  • अपनी डाइट में अधिक से अधिक रंग-बिरंगी सब्जियों का इस्तेमाल करें. जितने ज्यादा रंग होंगे उतने ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट आपको मिलेंगे. ये कम्पाउंड्स कोशिकाओं को होने वाली क्षति को कम कर देते हैं और धमनियों को सख्त होने से रोकते हैं. हर रोज़ अपने खाने में कम से कम पांच अलग-अलग रंगों के फल या सब्जियों का इस्तेमाल करें.

  • अपने बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) के बारे में पता करें और इसे 23-25 के बीच में रखने की कोशिश करें.

  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा ज़रूरी है व्यायाम करना. आधे घंटे की नियमित एक्सरसाइज या 45 मिनट्स के वॉक को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.

  • सबसे ज़रूरी है अपना ख्याल रखें. अच्छा खाना और पूरी नींद लेना आपको स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है. खुद को अंडरएस्टीमेट न करें. आप जैसे हैं वैसे ही अपने आप को पसंद करें.

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