राजनीति

7 साल की बच्ची को घर पर अकेला छोड़ बाहर गए थे माँ-बाप, वापस लौटकर बच्ची का हाल देखा तो होश उड़ गए

आजकल छोटे बच्चे भी टीवी और वीडियो गेम के इतने आदि हो चुके हैं कि उनका माइंड भी एक इमेजिनेशन की दुनिया मे दौड़ता है. हम अक्सर देखते हैं कि हमारे बच्चे हूबहू वही रोल अपने निजी जिंदगी में अपनाना चाहते हैं जो उन्होंने अपने फेवरेट एक्टर या एक्ट्रेस को करते देखते हैं. कभी कभी यही आदतें उनकी जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित करती हैं. ठीक उसी तरह जैसे आज की घटना में लड़की ने अपनी फेवरेट एक्ट्रेस को आग लगाते देख सच में खुद को आग लगा लिया. नतीजा इतना बुरा हुआ कि वह खुद की जान से हाथ धो बैठी. खबर के मुताबिक वह बच्ची अपने कमरे में ‛नंदिनी’ सीरियल देख रही थी जिसके दौरान एक्टिंग कर रही एक्ट्रेस खुद को आग में समाहित कर लेती है. ऐसा करते देख उस बच्ची ने भी उसी तरह अपने शरीर मे आग लगा लिया. बहरहाल, चलिए जानते हैं आखिर ये पूरा मामला क्या था…

पुलिस द्वारा पता चला है कि बुधवार की रात अपनी फेवरेट सीरियल देख रही थी. परिवार वालो को सबसे ज्यादा ग्लानि अपने ऊपर हो रही है क्योंकि उन्होंने घर पर उसे अकेला छोड़ा था. जैसे ही वो आगलगी वाला सीन आता है बच्ची ने हूबहू करने की कोशिश की और इतना बड़ा हादसा हो गया. वैसे तो यह वारदात 11 नंबर की रात ही हुई थी, पर इस ख़बर का खुलासा बुधवार को हुआ जब वह छोटी बच्ची मर गयी. आग लगने  के दौरान उस मासूम के परिवार का कोई भी सदस्य घर पर मौजूद नही था जिसके कारण उस मासूम बच्ची की जान नही बचाई जा सकी.

पुलिस की तहकीकात में यह पता चला है कि वह सेंट मैरी कॉन्वेंट की छात्रा थी जो अभी मात्र दूसरी कक्षा में पढ़ती थी. पुलिस को इस बात का भी शक है कि उस बच्ची को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है जिससे उसने सुसाइड करने की कोशिश की पर खुद को बचा नही पायी. कानून के दायरे में यह बात देखी जाती है कि जबतक मौत की असली वजह मालूम नही पड़ती केस अमसुलझा ही रहेगा. क्योंकि बच्चे मानसिक तनाव होने की वजह से ऐसे बड़े कदम उठा लेते हैं क्योंकि छोटी उम्र में उनकी सहनशक्ति कम होती है. कुछ टीचर भी होमवर्क जैसी समस्या को लेकर बच्चों को मानसिक तनाव दे जाते हैं.

इससे पहले भी एक्शन फिल्मों के बाद बच्चों की मौत की घटनाएं सामने आई है जब वे अपने सुपरहीरो की नकल करने चाहते हैं और छत पर से छलांग लगा देते हैं. ये घटना भी कुछ उसी टाइप का है जिसके बाद सीरियल के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है. क्योंकि ऐसे सीन एड होने से बच्चों की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित होती है इसका सबसे बड़ा उदाहरण आप देख चुके हैं. इस हैरान कर देने वाली घटना के बाद पूरे शहर में सन्नाटा पसर चुका है, अब तो उन बच्चों का भी टीवी देखना बन्द हो सकता है जो कार्टून चैनल देख अपना दिल बहलाते रहते हैं. कार्टून्स में सभी सीन अलिमिनेटेड ही होते हैं पर अगर उसे निजी जिंदगी में अपनाने की कोशिश की जाए तो बहुत बुरा असर पड़ता है.

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