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पिछले 2 सालों में बीजेपी ने सुधारे देश के हालात, पीएम मोदी ने जमकर साधा कांग्रेस पर निशाना

नई दिल्ली: इस समय कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही गुजरात चुनाव को लेकर एक दुसरे के आमने-सामने हैं। एक दुसरे के ऊपर निशाना साधने का की भी मौका दोनों गँवाना नहीं चाहते हैं। कई बार कांग्रेस इसमें आगे निकल जाती है, तो कई बार बीजेपी आगे निकल जाती है। गुजरात के पालिताना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से कांग्रेस पर हमला करते हुए अपने संबोधन में कहा, “इस क्षेत्र में पानी की कमी याद है आपको? इसका कारण कांग्रेस नियंत्रित टैंकर बिजनेस था। भाजपा ने पिछले 22 वर्षों में इसे बदल दिया है। हमने टैंकर बिजनेस को खत्मर किया।

पीएम मोदी ने कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें गुजरात, विकास और मोदी से नफरत है लेकिन अब वो पसीना से भी नफरत करने लगे हैं। कांग्रेस ने अपनी जिंदगी में कभी भी कठिन परिश्रम नहीं किया है, उसने का भी पसीना नहीं बहाया है। उल्टे जो कठिन परिश्रम करते हैं, जो पसीना बहाते हैं, उनका कांग्रेसी मजाक उड़ाते हैं। गरीबों से इस तरह की नफरत एक अचरज है। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं मुख्यीमंत्री था मैंने कांग्रेस और कांग्रेस नेताओं से गुजरात में नर्मदा प्रोजेक्ट को लाने व किसानों की मदद का आग्रह किया था लेकिन कांग्रेस ने रुचि नहीं दिखायी थी।

उन्होंने आगे अपने वक्तव्य में कहा कि अगर इस समय सत्ता में कांग्रेस होती तो यहाँ कभी भी नर्मदा का पानी नहीं आता। इससे किसानों को खूब नुकसान उठाना पड़ता। कांग्रेस ने प्रोजेक्ट में देरी के लिए हर संभव प्रयास किये। इससे पहले मोदी ने गुजरात के प्राची में कहा था कि, कांग्रेस ओबीसी समुदाय के लोगों का वोट चाहती है, लेकिन उसे पहले यह बताना चाहिए कि उसनें इतने सालों तक ओबीसी आयोग को क्यों क़ानूनी वैद्यता देने की मंजूरीक्यों नहीं दी।

उन्होंने आगे कहा कि मैं कांग्रेस से यह पूछना चाहता हूँ कि क्या कांग्रेस हमारी सेना के खिलाफ है? ओआरओपी की माँग पिछले 40 सालों से अटकी हुई है। इसके सम्बन्ध में कांग्रेस सरकार ने क्यों कोई प्रयास नहीं किये। मोदी ने राहुल गाँधी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर सरदार पटेल नहीं होते तो कभी भी सोमनाथ मंदिर नहीं बन पाता। आज कुछ लोग इतिहास भूल गए हैं। राहुल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि आपके परिवार के लोग देश के पहले प्रधानमंत्री सोमनाथ मंदिर के बनाये जाने से खुश नहीं थे।

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