राजनीति

भारत के आगे दबाब मैं आया चीन, बदले अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के समीकरण #अच्छेदिन

सबसे पहले तो ठीक से आवभगत ना होने पर अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कड़ी नाराजगी जताई थी जिसके बाद से ही China के माथे पर पसीना आ गया। उसके बाद जापान प्रधानमंत्री के शिंजो आबे ने china की आलोचना करते हुए भारत का NSG में समर्थन किया और कहा की किसी (चीन) की मनमानी नहीं चलेगी ।

G20 के अलावा ब्रिस्क देशो की भी China में अलग से बैठक हुई

अब खबर ये है की G20 के अलावा ब्रिस्क देशो की भी China में अलग से बैठक हुई। ब्रिक्स देशों का एक छोटा समूह है जिसमे (ब्राज़ील, रूस, इंडिया, चीन तथा दक्षिण अफ्रीका है)।  ब्रिक्स के बैठक में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के सामने रूस के राष्ट्रपति ने ये कह दिया की, इस इलाके (दक्षिण एशिया) में बहुत से देश एक साथ है, पुतिन ने (चीन तथा पाकिस्तान) को लेकर ये बात कही।

पुतिन ने कहा की इस इलाके में कई देश आपस में मिलकर दूसरे देश के खिलाफ गतिविधियाँ कर रहे है परंतु उनको नहीं भूलना चाहिए की रूस उन देशों के साथ है जिसे लोग अकेला समझ रहे है।   पुतिन ने जिनपिंग को सन्देश दिया की भले China पाकिस्तान के साथ है पर वो भारत को अकेला समझने की भूल बिलकुल ना करे क्योंकि रूस के भारत से बड़े अच्छे सम्बन्ध है वो भी पुराने। एक ही दिन में China की जमीन पर खड़े होकर जापान और रूस ने संकेत दे दिया की चीन एशिया में वो दादागिरी नहीं चला सकता.

China की हेकड़ी निकालने के लिए जापान तथा रूस जैसे देश भारत के साथ खड़े है।

प्रधानमंत्री मोदी भी चीन जाने से पहले चीन के कट्टर शत्रु विएतनाम का दौरा करने पहुचे थे। भारत का भी चीन को साफ़ संकेत है की चीन भारत को अकेला समझने की भूल ना करे मौका पड़ने पर भारत चीन पर अधिक भारी पड़ेगा।

एक और चीज ध्यान देने वाली है कि जापान दक्षिण चीन सागर में चीन के खिलाफ है, वहीँ रूस भी लगातार बढ़ रही चीनी ताकत के खिलाफ है और दोनों जापान तथा रूस के लिए इस हिसाब से भारत स्वतः ही मित्र हो जाता है।चीन को भी इस बात का अंदेशा हो चूका है की वो चारो तरफ से घिर रहा है इसलिए पिछले दिनों पोलित ब्यूरो के मीटिंग में भी चर्चा हुई की अब चीन को भारत के खिलाफ थोडा नरम होना होग अन्यथा भारत सभी पड़ोसियों को साथ लेकर चीन को ही घेर लेगा।

 पुतिन ने भी China को संकेत दे दिया की ड्रैगन को हद में रहना होगा।

अब हमारे देश के वामी कामी  पापीये क्या जानें ये बातें ?

खैर समाचार बढीया है।

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