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दाऊद इब्राहिम की नई चाल, कौम की हमदर्दी पाने के लिए बेटे को बनाया ये

एकाउंटर स्पेशलिस्ट और कुछ दिन पहले ही फर्जी मुठभेड़ मामले में कोर्ट से बरी हुए प्रदीप शर्मा ने एक बड़ा खुलासा किया है। प्रदीप शर्मा ने दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को लेकर जो चार्ज शीट फाइल की है, उसमें लिखा है कि दाउद इब्राहिम का तीसरा बेटा मोइन मौलाना बन गया। दुनिया का डॉन अपने बेटे की इस हरकत के बाद डिप्रेशन में चला गया है। ठाणे पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान इकबाल कासकर ने खुलासा किया है कि दाऊद इब्राहिम का बेटा मोइन दाऊद के धंधे को नापसंद करता है और इस बात को लेकर बाप बेटे में काफी महीनों से बातचीत भी बंद है। साथ ही उसने घर आना भी छोड़ दिया है।

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पूछताछ के दौरान इकबाल कासकर ने बताया कि मेरे भतीजे यानी की दाउद के बेटे मोइन को पूरी क़ुरान जबानी याद है और अब वो “हाफ़िज़- ए-कुरान” बन चुका है। यानी की अब  और मौलाना के रूप में कराची के सऊदी मस्जिद में बच्चों को पढ़ाता है और मस्जिद में  ही रहने लगा है। उसका घर बार और परिवार से मोह भंग हो गया है। इसके अलावा मोइन परिवार से अलग और अपनी पहचान दाऊद इब्राहिम से अलग रखता है। कई बार दाउद ने बेटे को समझाने की कोशिश भी की लेकिन बेटा इस्लाम के लिए काम करना चाहता है। अमन और शांति के रास्ते पर लौटना चाहता है।

प्रदीप शर्मा के मुताबिक पिछले कुछ सालों से उसका बेटा परिवार और उसके सभी धंधों और कारनामों से खुद को अलग रखता है। इकबाल कासकर ने पूछताछ में पुलिस को ये भी बताया की उसका भतीजा मोइन अब एक सम्मानित और योग्य मौलाना है। और उसकी पाकिस्तान में बड़ी इज्जत है।

इसके अलावा, उसने कराची के पॉश सदर उपनगर के क्लिफ्टन इलाके में स्थित परिवार के बंगले को त्याग दिया है और अपने घर के आस-पास एक मस्जिद में एक सादगी पसंद जिंदगी जीने का विकल्प चुना है। हालांकि, उसकी पत्नी सानिया और उसके तीन नाबालिग बच्चों ने उसका साथ नहीं छोड़ा है और मस्जिद प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए गए छोटे से आवास में वे उसके साथ रहते हैं।

बिजनस मैनेजमेंट में ग्रैजुएट मोइन पहले अपने पिता दाऊद के काम में हाथ बंटाता था। लेकिन धीरे-धीरे उसका ध्यान डी कंपनी से हटने लगा। सितंबर 2011 में मोइन की शादी कराची के एक कारोबारी की बेटी सानिया शेख से हुई थी। मोइन पाकिस्तान और ब्रिटेन तक फैले अपने ससुर के कारोबार में मदद करता था।

जानकार बताते हैं कि दाऊद इब्राहिम की ये एक चाल भी हो सकती है, क्योंकि पाकिस्तान में वो भारत का भगोड़ा के रूप में रह रहा है। जिससे उसे पाकिस्तान में वो सम्मान हासिल नहीं है। साथ ही कौम में भी लोग उसे आतंकी और दहशतगर्द के रूप में ही जाना जाता है। जानकारों की माने तो बेटे को हाफिज बनाकर वो कौम के लोगों की हमदर्दी पाना चाहता है। साथ ही बेटे को पाकिस्तान की सियासत में भी दाखिल होने के लिए तैयार कर रहा है। जानकारों की माने तो दाऊद का इकलौता बेटा मोइन अचानक हाफिज बन जाना किसी को पच नहीं रहा है। क्योंकि बीते कई सालों से मोइन दाऊद का पूरा कारोबार देखता आ रहा है।

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