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रात को मां अपने कमरे में सोई, सुबह बेटे ने दरवाजा खोला तो मिली उसकी राख

हमारे समाज में आए दिन वृद्ध व्यक्तियों के साथ ज्यादती के किस्से सामने आते रहते हैं कि किस तरह औलाद उन्हे बुढ़ापे में तन्हा छोड़ देती है और फिर वो लाचारी में अपने बाकी के दिन गुजारने को मजबूर हो जाते हैं.. शायद इसी तन्हाई से तंग आकर एक वृद्ध महिला ने मौत को गले लगाना ही मुनासिब समझा और खुद ही अपनी चिता सजा कर जिंदा जल गयी। दरअसल महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में 90 वर्षीय महिला ने कथित रूप से खुद की चिता सजाने के बाद आग लगाकर आत्महत्या कर ली.. जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस ने मीडिया को दी है।

ये विचलित करने वाली घटना 13 नवंबर के रात की है जब कागल तहसील के बामनी गांव कगल तहसील के बामनी गांव निवासी कल्लव दादु कांबले नामक वृद्धा ने यह कदम उठाया। पुलिस के अनुसार महिला अपने जीवन से हताश हो चुकी थी। पुलिस ने बताया कि यह महिला अपने बेटे के घर के बगल में ही अकेले रहती थी, बेटे की ही उम्र 57 साल है।13 नवंबर को वृद्धा कि पोती ने उन्हें खाना परोसा तो भोजन करने के बाद वृद्धा कल्लव अपने घर सोने चली गई लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने अपने घर का दरवाजा बंद किया, उसके बाद सोने की जगह उन्होंने कंडों और लकड़ी से बकायदा अपनी चिता सजाई और फिर उसमें केरोसिन डालने के बाद आग लगा ली और फिर उस चिता पर बैठ गई।

घरवालों को इसकी जानकारी तब लगी जब उनकी पोती उनके लिए दूध का गिलास लेकर पहुंची। दरवाजा न खुलने पर उसने अपने पिता को बताया। उसके पिता विट्ठल ने जाकर दरवाजा तोड़ा और अंदर जो दिखा उसे देखकर वे चीख पड़े। दरअसल कमरे के बीचों बीच राख और उस राख में शरीर के अंग अधजले पड़े हुए थे।

कोल्हापुर पुलिस के एसपी संजय मोहित ने कहा, ‘बुजुर्ग महिला अपने जीवन से हार मान चुकी होंगी इसलिए उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का इतना कठोर कदम उठाया।फिलहाल पुलिस इस मामले में किसी तरह की दुर्घटना की संभावना की जांच भी कर रही है।

 

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