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रसोई घर में इन चीज़ों को छिपा कर रखने से घर में होगी धन की बरसात, जानिए कैसे!

आज 8 नवम्बर बुधवार का दिन है. बुधवार को सबसे अच्छा दिन माना जाता है. पंजाबियों में बुधवार को लेकर एक कहावत भी बहुत परसिद्ध है कि “बुध काम शुद्ध“. इसका मतलब ये है कि बुधवार को किये गये कामो को शुद्ध माना जाता है. अक्सर हमने बड़े बजुर्गों से भी सुना होगा कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत के लिए बुधवार सबसे अच्छा दिन माना जाता है. बुधवार के दिन को कृष्ण पक्ष की पंचमी भी कहा जाता है. इस दिन को माँ अन्न्लक्ष्मी का पूजन दिन भी कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि अन्न लक्ष्मी एक तरह से माँ जगदम्बे का ही दूसरा रूप हैं. माँ जगदम्बे ने ही पूरे संसार का संचालन किया था. इसके इलावा अन्नपूर्णा पूरे जगत के प्राणियों का पालण पोषण करती हैं और उन्हें भोजन भी देती हैं. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है- अन्न, अर्थात धन की अधिष्ठात्री देवी. पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शंकर गृहस्थ हैं एवं पार्वती उनकी गृहस्थी चलाती हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपको उन चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको आप अगर अपने रसोई घर में छिपा दें यो इससे आपके घर में अन्न और धन दोनों की बडोतरी होगी. तो चलिए जानते हैं आखिर पूरी ख़बर क्या है…
अन्नपूर्णा की कृपया से कोई भूखा नहीं सोता

आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि अन्नपूर्णा को भरण-पोषण की देवी का दर्जा हासिल है. काशी रहस्य की मान्यता के अनुसार भवानी अर्थात माँ पारवती भी अन्नपूर्णा का ही एक रूप हैं. अगर मार्गशीर्ष महीने में माँ अन्नपूर्णा का व्रत रखा जाए तो इससे आपकी हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण हो जाती है. केवल यही नहीं बल्कि, बड़े बड़े विज्ञानी भी माँ अन्नपूर्णा की शक्ति का नजारा देख चुके हैं और उन्हें मानते भी हैं. इस महीने में किये गये व्रत और खान पान से इंसान के शरीर में बिमारियों से लड़ने की ताकत बड जाती है और उन्हें एक शक्तिशाली युवा बनाती है. मार्गशीर्ष माह में अन्नपूर्णा का पूजन करने से यश व कीर्ति में वृद्घि होती है. अगर माँ अन्नपूर्णा की पूजा सच्चे दिल से की जाए तो वह आप पर कृपया करेंगी और तो और कभी धन या अन्न की कमी नहीं आने देंगी. क्यों कि माँ अन्नपूर्णा की कृपया से संसार में कोई भी प्राणी भूखा नहीं मर सकता.
पूजन के समय धनिया छिपा कर रखें

माँ अन्नपूर्णा अगर खुश हो जाये तो आपको धन एवं अन्न का वरदान देती हैं. इसलिए आज का दिन माँ की पूजा के लिए सबसे शुभ दिन है. सबसे पहले आप किसी शिवालय मंदिर जायें और वहां अन्नपूर्णा यानी पार्वती की पूजा आरम्भ करें. इसके बाद मनिदर में आप गौघृत का दीप करें, सुगंधित धूप करें, मेहंदी चढ़ाएं और सफ़ेद फूल चढ़ाएं. इसके इलावा प्रशाद में धनिये की पंजीरी का भोग लगवा लें. अब आपको अन्नपूर्णा के मंत्रो का जापन होगा. आंखें बंद करके अन्नपूर्णा के मंत्र- “ह्रीं अन्नपूर्णायै नम॥” का जाप करें. इसओज को करने के लिए प्रातः 09:22 प्रातः 10:44 तक का महूर्त सबसे शुभ रहेगा. इसके इलावा एक बात का ख़ास ध्यान रखियेगा कि भोग लगाया धनिया आपको अपने रसोई घर में छिपा कर रखना होगा. ऐसा करने से आपके घर में धन और अन्न दोनों की कमी कभी नहीं आएगी.

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