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अकबर ने जीवन भर बेटियों को रखा कुंवारी, वजह जानकर रह जाएंगे दंग

प्रचलित इतिहास में जिस अकबर के महानता के किस्से हम सब सुनते आएं हैं वास्तव में उसके कर्मों को उल्लेख किया जाए तो यही निष्कर्ष सामने आएगा कि महानता तो दूर की बात है असल जिंदगी में उसने इंसानियत को भी शर्मसार किया था..  जीं हां जिस अकबर को इतिहास में आम जनता के मसीहा रूप में पेश किया गया है वो तो अपनी बेटियों के लिए एक अच्छा बाप भी नही बन सका । अकबर ने आजीवन अपनी बेटियों को कुंवारी ही रखा था और इसके पीछे की वजह जानकर आपको भी अकबर की महानता बहुत ही छोटी है नजर आएगी ।

इस डर से रखा था बेटियों को कुंवारी

मुगल शासक अकबर के बारे में आज हम ऐसी राज खोलने जा रहे है जो आप कभी सपने में भी नहीं सोच सकते है अब तक अकबर महान कहलाने वाले अकबर का सबसे बड़ा डर हम आपके सामने रखेंगे जिसके बाद शायद आप अकबर को महान कहना ही भूल जायेंगे। क्या आप जानते है ? अकबर सबसे ज्यादा डरता था तो अपनी बेटियों की शादी करने से इतना ही नही अकबर की बेटियों के बेडरूम के आस पास भी कोई मर्द नहीं फटक सकता था और न ही औरत। अकबर की बेटियों के कमरों के बाहर किन्नर तैनात किये जाते थे और वही उनकी सुरक्षा करते थे। दरअसल अकबर बहुत अभिमानी था.. वह किसी के सामने भी अपना सिर नहीं झुकाना चाहता था और इसी वजह के कारण अकबर ने कभी अपनी बेटियों की शादी भी नहीं की । क्योंकि अगर वह अपनी बेटियों की शादी करता तो उसे लड़कों वालों के समक्ष अपना सिर झुकना पड़ता ।

इसी कारण अकबर ने अपनी तीनों बेटियों की शादी कभी नहीं की । बताया जाता है कि अकबर जैसी नीति का अनुसरण जहांगीर ,शाहजहां औऱ औरंगजेब ने भी किया था।

अकबर के हरम में महिलाओं की स्थिति

औरतों का झूठा सम्मान करने वाले अकबर ने सिर्फ अपनी हवस मिटाने के लिए न जाने कितनी म औरतों की भी अस्मत लूटी थी और उन्हे अपने हरम में डलवाया था। अकबर के हरम में स्त्रियों की स्थिति बड़ी दयनीय थी। वहां महिलाओं की उपस्थिति और स्थिति को देखकर तो यही लगता है कि जैसे वहां कामवावना की तृप्ति के अतिरिक्त अन्य कोई कार्य होता ही नही था, स्त्रियों को अकबर और उसके दरबारियों के मध्य विनिमय की वस्तु मानकर या चल संपत्ति मानकर व्यभिचार के लिए परोस दिया जाता था।

अय्याशी के लिए लगाया मीना बाजार

अकबर के बुरी नजर से आम औरतें भी बच न सकी थीं ..और और आम औरतों को शिकार बनाने के लिए ही मीना बाजार की परम्परा शुरू की गया थी जहां अकबर औरतों के लिबास में मीना बाज़ार जाता था जो हर नये साल की पहली शाम को लगता था। अकबर अपने दरबारियों को अपनी स्त्रियों को वहाँ सज-धज कर भेजने का आदेश देता था। मीना बाज़ार में जो औरत अकबर को पसंद आ जाती, उसके महान फौजी उस औरत को उठा ले जाते और कामी अकबर की अय्याशी के लिए हरम में पटक देते। अकबर महान उन्हें एक रात से लेकर एक महीने तक अपनी हरम में खिदमत का मौका देते थे।

स्प्ष्ट है कि अकबर एक अहंकारी , क्रूर और हिंदू विरोधी शासक था , उसका हिंदू विरोध और क्रूरता काफ़ी बातों से सिद्ध होता है।

लोगों के सिर काटकर बना दी थी मीनार

अकबर ने क्रूरता के प्रदर्शन में कभी कमी नही छोड़ी और जो भी सामने आ गया उसे बड़ी निर्दयता से समाप्त करवा दिया था। इतिहास में दर्ज है कि पानीपत की लड़ाई में हेमू की सेना के लोगों के सिर काटकर उसने मीनार बनवा दी थी।

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