राजनीति

हिमांचल में तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनाने की पीएम मोदी ने की अपील, जनसभा के लिए मंडी रवाना

मंडी: हिमांचल में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तरफ से कमर कस ली है। इस मामले में भला बीजेपी कैसे पीछे रहती। चंबा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हिमांचल में अधिक विकास उस समय हुआ था जब दिल्ली में अटल जी और हिमांचल में घूमल जी थे। आपके पास वही मौका एक बार फिर है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से युवाओं और माताओं को नौ करोड़ का ऋण दिया गया। कांग्रेस ने हर साल 9 गैस सिलेंडर दिलाने का वादा किया, लेकिन जब हम आये तो हमने गैस पाइप लाइन लगवाने का फैसला किया।

मैं डरने वालों में से नहीं हूँ, मैं हूँ सरदार पटेल का चेला:

पीएम मोदी ने कहा, “मेरे पुतले जलाने से में डरने वाला नहीं, में सरदार पटेल का चेला हूं। जिनका पैसा लुटा वो मुझे चैन से बैठने नहीं देंगे, लेकिन में अपनी राह पर देश को ईमानदारी के रास्ते पर लाऊंगा। दुनिया में भारत का कद ऊंचा हुआ है इसका कारण मोदी नहीं सवा 100 करोड़ हिंदुस्तानी हैं। वीरभद्र को कांग्रेस ने उनके नसीब पर छोड़ा नहीं टांगा है। आने वाले समय में सूक्ष्म यंत्र से भी देखने को नही मिलेगी कांग्रेस। भ्रष्टाचार आज एक बड़ी समस्या है, कांग्रेस इसकी जननी, मैं लड़ाई लड़ रहा हूं तो कांग्रेस की आंख की किरकिरी बन रहा हूं। कांग्रेस की सड़ी सोच लोकतंत्र के लिये खतरा है।“

कांग्रेस ने पहले ही सब छोड़ दिया है भाग्य पर:

आगे अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, “एक भी बूथ ऐसा नही होना चाहिये जहां कांग्रेस रूपी दीमक बचा हो। मैंने सुना है कि कांग्रेस ने अपने ही नेताओं का विश्वास खो दिया है और दूसरे पार्टियों में विद्रोहियों की तलाश है।“ कांग्रेस पर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता हिमाचल में जनसभा को संबोधित करने नहीं पहुंचा, लगता है कांग्रेस ने भाग्य पर सब छोड़कर पहले ही ये क्षेत्र छोड़ दिया है।“

इस बार बीजेपी नहीं करेगी कोई गलती:

चंबा में बीजेपी की रैली में शामिल होने के लिए लोग भारी संख्या में इकठ्ठा हो रहे हैं। सबसे अधिक 15 सीटों वाले कांगड़ा और उसके बाद सबसे अधिक 10 सीटों वाले मंडी जिले में शनिवार को भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक की जनसभाएं हैं। कांगड़ा की भूमिका सरकार बनाने में सर्वाधिक रहती है, इसलिए पीएम मोदी की सबसे अधिक रैलियां कांगड़ा में ही रखी गई हैं। आपको बता दें पिछले विधानसभा चुनाव में कांगड़ा से ही भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा था और इस जगह से बीजेपी को केवल तीन सीट ही मिले थे। इस बार बीजेपी कोई जोखिम उठाने के बारे में नहीं सोच रही है।

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