राजनीति

ताजमहल विवाद के बारे में बोलते हुए इन्द्रेश कुमार ने कहा होनी चाहिए भारत के इतिहास पर बहस

नई दिल्ली: ताजमहल पर लेकर जो विवाद छिदम वह अब तक ख़त्म नहीं हुआ है। संगीत सोम की बात से इतना बड़ा विवाद हो जायेगा खुद संगीत सोम भी नहीं जानते होंगे। ताजमहल विवाद में हर रोज कुछ ना कुछ नया देखने को मिल रहा है। विवाद के बीच ही कुछ लोगों ने ताजमहल परिसर में शिव चालीसा का पाठ भी शुरू कर दिया था। कुछ लोगों ने यह भी माँग की है कि जब यहाँ नमाज़ पढ़ने की इजाजत दी जा सकती है तो शिव चालीसा पढ़ने की क्यों नहीं दी जाती?

विदेशी आक्रमणकारियों का इतिहास नहीं है भारत का असली इतिहास:

हाल ही में ताजमहल पर आरएसएस के नेता इन्द्रेश कुमार ने ऐसा बयान दिया कि एक बार फिर यह विवाद बढ़ गया है। एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान इन्द्रेश कुमार ने कहा कि आज ताजमहल, बाबर और ऐसी ही अन्य बातें हो रही हैं, जबकि भारत का इतिहास इन सबसे भी बहुत पुराना है। केवल विदेशी अक्रमणकारियों का इतिहास भारत का असली इतिहास नहीं है। इस पर बहस होनी चाहिए। अपने बातचीत के दौरान इन्द्रेश कुमार ने चीनी वस्तुओं का विरोध किये जानें पर भी बोला।

एक दिन चीन कर लेगा पाकिस्तान पर कब्ज़ा:

उन्होंने कहा कि चीन में बनी हुई चीजों का बायकाट होना चाहिए। इसके साथ ही सर्कार भी चीनी चीजों से मुकाबला करने के बारेमे सोचे। चीन का विरोध दोनों ही स्तर से होना चाहिए। चीन के इरादे अच्छे नहीं है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन चीन पाकिस्तान पर कब्ज़ा कर लेगा। इस बात का पाकिस्तान का अभी अहसास भी नहीं है। आपको बता दें मुग़ल शासकों को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा है। मुगल शासकों के नाम पर कई प्रमुख सड़कों का नाम रखा गया है, जिसे लेकर विवाद होते रहे हैं।

ताजमहल को बनवाने में लगा है भारतियों का खून-पसीना:

मोदी के सत्ता में आने के बाद ऐसी ही कई जगहों और चीजों के नाम बदल दिए गए हैं। हाल ही में मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दिन दयाल उपाध्याय कर दिया गया है। इससे पहले दिल्ली के औरंगजेब मार्ग का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम कर दिया गया। मोदी सरकार के कई मंत्रियों ने भी इतिहास में बदलाव की बात कही है। ताजमहल आर चल रहे विवाद के बीच ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा और ताजमहल का दौरा किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि ताजमहल को बनाने में भारतियों का खून-पसीना लगा हुआ है। इसे किसने और किस वजह से बनवाया, यह मायने नहीं रखता है।

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