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इस देश में सड़कों पर घूमती हुई दिखती हैं लाशें, इसकी खौफ़नाक वजह जानकर हो जायेंगे दंग

सोशल मीडिया की वजह से आज हम कुछ ऐसी चीजों को भी जानने लगे हैं, जिन्हें हम पहले बिलकुल भी नहीं जानते थे। जानना तो बहुत दूर की बात है किसी को इस बात की भनक तक नहीं थी कि ऐसा भी कुछ हो सकता है। अक्सर सोशल मीडिया के प्लेटफ़ॉर्म पर वीडियो वायरल होते रहते हैं। लेकिन कुछ वीडियो ऐसे भी होते हैं जो हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं और लोगों को सोचनें पर मजबूर कर देते हैं।

सालो-साल तक रहती है लाश ताजा:

अगर आपको फ़िल्में देखनें का शौक है और आप हॉलीवुड फ़िल्में देखना पसंद करते हैं तो आपने हॉलीवुड की मशहूर फिल्म “द ममी” देखी होगी। उसमें मिश्र की संस्कृति को दिखाया गया है। वहाँ जब कोई राजा-महाराजा मर जाता था तो प्राचीनकाल में उसे विशेष लेप लगाकर कपड़े में लपेटकर कब्र में रखा जाता था। इससे उसकी कब्र सालो-साल तक ताज़ी ही रहती थी। इस प्रक्रिया से जो भी लाशें रखी जाती थी, उन्हें ममी कहा जाता था।

 

सदियों पुरानी संस्कृति और परम्परा का किया जाता है पालन:

आप तो जानते ही हैं कि इस पृथ्वी पर बहुत सारे देश हैं। यहाँ विविधता बहुत ज्यादा देखनें को मिलती है। हर देश की अपनी एक अलग संस्कृति है। वहाँ के लोग उसी के हिसाब से अपना जीवन बसर करते हैं। आज के समय में भी कई देश ऐसे हैं, जहाँ सदियों पुरानी संस्कृति का पालन किया जाता है। इसी वजह से वह देश ख़ास बने हुए हैं। उन लोगों को अपनी संस्कृति को सहेजकर रखनें का शौक होता है।

हर देश की होती है अपनी अलग संस्कृति और परम्परा:

कई देशों की संस्कृति इतनी अजीब होती है कि दुसरे व्यक्ति जानकर हैरान हुए बिना नहीं रहते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही परम्परा के बारे में बतानें जा रहे हैं। इस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस समाज के लोग अपने परिजनों के मरनें के बाद भी उनकी लाशों के साथ घूमते रहते हैं। सुनकर आपको भले ही यह कुछ अजीब लगे, लेकिन यह बिलकुल सच है।

मरे हुए लोगों को नहीं माना जाता है मरा:

हर समाज में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई तरह की अलग-अलग परम्पराओं का पालन किया जाता है। हम जिस जगह की बात कर रहे हैं, वहाँ मरे हुए लोग भी जिन्दा लोगों की तरह रहते हैं। इंडोनेशिया में मरे हुए लोगों को कभी मरा हुआ नहीं माना जाता है। यहाँ के रहने वाले टोराजान समाज के लोग हर साल मानीने नाम का पर्व मनाते हैं। इस पर्व में लोग अपने रिश्तेदारों और परिजनों के शवों को खोदकर बाहर निकालते हैं। उसके बाद उन्हें नए कपड़े पहनाये जाते हैं। केवल यही नहीं लोग उन्हें सड़कों पर लेकर निकलते भी हैं। ऐसा माना जाता है कि यह करनें से उनके सम्बन्ध उनके मृतकों से अच्छे बनते हैं।

वीडियो देखें-

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