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इन चीज़ों को पानी में मिला कर स्नान करने से धनधान्य से भर जाता है घर, सारी इच्छाएं होती है पूरी

कहा जाता है कि जहाँ स्वच्छता होती है वहीँ इश्वर का निवास होता है। यह बात सिर्फ किसी स्थान के ऊपर ही नहीं हमारे शरीर के ऊपर भी लागू होती है। यह तो आपनें सुना ही होगा कि हर मनुष्य के शरीर में या संसार के कण-कण में भगवान का निवास होता है। ऐसे में जब आपका अपना शरीर गन्दा होगा तो भगवान कैसे निवास करेंगे। गन्दी जगहों पर भगवान नहीं निवास करते हैं। अगर आप साफ़-स्वच्छ रहेंगे तो भगवान अपके करीब रहेंगे।

असीम सुख देता है प्रात काल का स्नान:

सही कहा गया है कि नहानें से ना केवल तन शुद्ध होता है बल्कि व्यक्ति का मन भी साफ़ और स्वच्छ हो जाता है। जब व्यक्ति का मन साफ़ होगा तो वह अच्छी-अच्छी बातें सोचेगा और अच्छा काम करने की कोशिश करेगा। स्नान करनें से ना केवल तन साफ़ होता है बल्कि कई भयानक रोगों से भी बचाव होता है। गर्मी हो या ठंढी हर व्यक्ति को प्रत्येक दिन नहाना चाहिए। योग और आयुर्वेद में स्नान के प्रकार बताये गए हैं। प्रातः काल किये गए स्नान को असीम सुख देने वाला मन गया है।

अक्सर आपने देखा होगा कि रात को सोते समय कुछ लोगों ने मुंह से लार निकलती रहती है, जो शरीर पर गिरती है। इससे व्यक्ति का शरीर अशुद्ध हो जाता है। ऐसे लोगों को सुबह जागते ही स्नान कर लेना चाहिए, उसके बाद ही कोई काम करना चाहिए। इसके अलावा ऐसा माना जाता है कि नहाते समय कुछ उपायों को करनें से व्यक्ति की अधूरी इच्छाओं पर भी लगाम लग जाता है। इन उपायों को कुछ दिन जरुर करें, कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखनें लगेगा।

स्नान करते समय अपनाएं ये उपाय:

*- ऐसा मन जाता है कि अगर व्यक्ति धन सम्बन्धी समस्याओं से जूझ रहा है तो नहानें वाले पानी में इलायची और केसर मिलकर स्नान करनें से समस्या कुछ ही दिनों में दूर हो जाती है।

*- नहानें वाले पानी में दूध मिलाकर स्नान करनें से व्यक्ति की उर्जा और आयु में बढ़ोत्तरी होती है।

*- जिन लोगों को आभूषणों से खूब प्रेम हो उन्हें बाल्टी में आभूषण रखकर स्नान करना चाहिए। इससे उनकी यह इच्छा बहुत जल्दी ही पूरी हो जाती है।

*- जो लोग पानी में तिल डालकर स्नान करते हैं उनके भाग्य में वृद्धि होती है। जीवन में उनके ऊपर दरिद्रता कभी हावी नहीं होती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

*- ऐसा माना जाता है कि जो लोग गुप्तांगों पर दही लगाकर स्नान करते हैं, उन्हें गुप्त रोगों से मुक्ति मिल जाती है। दही पानी में डालकर नहानें से वैभव में वृद्धि होती है।

*- जो लोग स्नान करनें वाले पानी में घी डालकर स्नान करते हैं उनकी आयु लम्बी होती है और कोई रोग भी नहीं होता है।

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