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शाइस्ता को दबोचने वाली थी पुलिस, मस्जिद में हुआ ऐलान, बुर्का पहने आई महिलाएं, भाग गई लैडी डॉन

शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) यह नाम इन दिनों उत्तर प्रदेश के गलियारों में काफी फेमस है। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को दबोचने की फिराक में यूपी पुलिस जगह-जगह दबिश कर रही है। लेकिन इसके बावजूद शाइस्ता उनके हाथ नहीं लग रही है। वह हर बार पुलिस को चालाकी से धोखा देकर भाग जाती है। हाल ही में वह पुलिस के आते ही सोची समझी साजिश के तहत ऐसे नौ दो ग्यारज हुई कि पुलिसवाले भी दंग रह गए।

पुलिस के चंगुल से भागी शाइस्ता

सूत्रों की माने तो चार दिन पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स शाइस्ता को दबोचने के बेहद नजदीक ठी। उन्हें खबर मिली थी कि शाइस्ता प्रयागराज के हटुआ इलाके में देखी गई गई। जब पुलिस वहां छापेमारी करने पहुंची तो मस्जिद में ऐलान हुआ कि एसटीएफ की टीम छापेमारी के लिए पहुंच रही है। इतना सुनते ही घरों से बुर्का पहने महिलाएं बाहर निकली और उन्होंने पुलिस को घर लिया। इससे पुलिस वहीं उलझ गई और शाइस्ता मौके का फायदा उठाकर वहां से भाग गई।

बचाने के थे पूरे इंतजाम

शाइस्ता परवीन को अतीक के छोटे भाई अशरफ अहमद की ससुराल के पास देखा गया था। पुलिस काफी दिनों से उसे गिरफ्तार करने का मौका तलाश रही है। लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से लैडी डॉन उनके हाथ नहीं लग पाती है। इस बार भी शाइस्ता को बचाने के लिए उनके समर्थकों ने पूरे इंतजाम कर रखे थे। इसलिए पहले मस्जिद में ऐलान हुआ और फिर बुर्का पहने महिलाओं ने पुलिस की कार्रवाई में बाधा डाल शाइस्ता को भगा दिया।

पुलिस ने रखा 50 हजार का इनाम

गौरतलब है कि  शाइस्ता परवीन न तो बेटे असद के एनकाउंटर के समय सामने आई और न ही अतीक की हत्या के बाद उसने सरेंडर किया। इतना ही नहीं वह शोहर और बेटे के जनाजे में भी शामिल नहीं हुई। उसे पकड़ने के लिए यूपी पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाइस्ता परवीन पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा था। लेकिन फिर इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये का इनाम कर दिया।

इस लैडी डॉन की भी पुलिस को है तलाश

उधर उमेश की हत्या में एक अन्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम भी फरार है। कुछ दिनों पहले उसका बम फेंकते हुए CCTV फुटेज विरल हुआ था। पुलिस ने उसके ऊपर 5 लाख का इनाम रखा हुआ है। इतना ही नहीं शाइस्ता की तरह यूपी पुलिस को एक अन्य लेडी डॉन मुंडी पासी भी तलाश है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मुडी पासी शाइस्ता को लेकर पुख्ता जानकारी दे सकती है।

बात ये है कि उमेश पास हत्याकांड से पहले धूमनगंज की हिस्ट्रीशीटर मुंडी पासी और शाइस्ता को एक साथ कई बार देखा जा चुका है। सूत्रों की माने तो वह मुंडी पासी ही थी जिसने शाइस्ता को भगाने में हेल्प की थी। लेकिन इन आरोपों का खंडन करते हुए सोमवार को मुंडी पासी ने मीडिया के सामने बयान दिया कि उसका शाइस्ता परवनी से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस उसे उमेश पाल हत्याकांड में फंसा रही है।

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