स्वास्थ्य

बड़ी ख़बर : इस नई टेक्नोलॉजी से पहले ही पता चल जाएंगी भविष्य में होने वाली बिमारियां, जानिए कैसे?

जीवन में कब कौन सी समस्या आ जाए सोचा नही जा सकता खास कर स्वास्थ्य समस्याएं..  कभी कभी अच्छे खासे सेहतमंद लोग भी अचानक से किसी भंयकर बिमारी के चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में यही ख्याल आता है कि काश आपको होने वाली बीमारी के बारे में पहले ही पता चल जाए तो आप उससे बचाव की कोशिश करतें … अगर आप भी कुछ ऐसी ख्वाहिश रखतें हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है कि आने वाले दिनों में गोमेद आपकों होने वाली बीमारियों के बारे में पहले ही बता देगा।

लेकिन रूकिए अगर आप सोच रहें कि ये गोमेद वो रत्न है जिसे धारण करने से आपकों भविष्य में होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी मिलेगी, तो आप गलत सोच रहे हैं। ये कौन सा गोमेद है और कैसे बताएगा आपको बीमारियों के बारें में जानने के लिए पढ़े ये आर्टीकल।

जेनेटिक और सामान्य दोनों ही तरह की बीमारियों का पता लगेगा

यदि आपको होने वाली बीमारी के बारे में पहले ही पता चल जाए तो निश्चित ही आप उससे बचाव की कोशिश करेंगे और उसमें काफी हद तक सफल भी होंगे और ये सम्भव होता दिखा रहा है ..स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में किए गए प्रयासों के परिणाम स्वरूप । दरअसल इस दिशा में जीनोम पर काम करने वाली सीएसआइआर (वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद) की संस्था आइजीआइबी (इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटेग्रेटिव बायोलॉजी) ने ऐसी ही एक प्रणाली विकसित की है, जिसकी मदद से अब एक ही जांच में बीमारियों का पहले ही पता चल जाएगा। खास बात यह है कि इस प्रणाली की मदद से जेनेटिक और सामान्य दोनों ही तरह की बीमारियों का पता लगाया जा सकेगा। 1आइजीआइबी ने फिलहाल इस प्रणाली को गोमेद (जीनोमिक्स एंड अदर ओमिक्स टेक्नोलॉजी फॉर इनेवल मेडिकल डिसीजन) नाम दिया है।

डीएनए टेस्ट से पता लग जाएगा

यह डीएनए पर आधारित है। इसके जरिये किसी भी व्यक्ति के सिर्फ डीएनए की जांच करके यह बताया जा सकेगा कि आने वाले दिनों में उसे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं। आइजीआइबी के वैज्ञानिक डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक, इस प्रणाली को वर्षों के लंबे क्लीनिकल ट्रायल के बाद व्यावसायिक स्तर पर बाजार में उतारने की तैयारी है। इसे लेकर देश-दुनिया की तमाम बड़ी पैथोलॉजी एजेंसियों ने भी रुचि दिखाई है। इनमें से कई एजेंसियों के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रलय की अंतिम दौर की चर्चा भी हो गई है। सूत्रों की मानें तो प्रणाली की अच्छी कीमत मिलने के बाद मंत्रलय जल्द ही इसको बाजार में उतार देगा। डॉ. अग्रवाल के मुताबिक यह प्रणाली काफी किफायती भी होगी, क्योंकि इसकी जांच में सिर्फ तीन से पचास हजार रुपए तक का ही खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि दुनिया में अपनी तरह की यह अनूठी प्रणाली है। यह एक ही जांच में शरीर के भीतर मौजूद और भविष्य में होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी देगी।

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