राजनीति

लालू की बेटियों हेमा, चंदा और रागिनी के घर ED का छापा, जॉब के बदले जमीन घोटाले में हुई छापेमारी

नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए छापेमारी की है। जी हां, लैंड फॉर जॉब स्कैम (Land For Job Scam Case) में लालू के परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा एक्शन लिया है। ईडी की टीम ने लालू प्रसाद यादव की बेटियों हेमा यादव, रागिनी यादव और चंदा यादव के घर समेत देशभर के कई स्थानों पर छापेमारी की।

इसके अलावा इसी दौरान लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के करीबी नेता और RJD के पूर्व विधायक अबु दोजाना के ठिकानों पर भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम रेड मार रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पटना में RJD के पूर्व विधायक के अबू दोजाना के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है। यहां भी तलाशी ली जा रही है। बता दें कि पूर्व MLA अबू दोजाना लालू के करीबी हैं और पेशे से बिल्डर हैं। हालांकि, अभी तक इस छापेमारी को लेकर ईडी की तरफ से कुछ भी कहा नहीं गया है।

अबु दोजाना के ठिकानों पर यह कोई पहले छापेमारी नहीं है। इससे पहले भी 2018 में भी पूर्व विधायक अबु दोजाना पर आयकर विभाग (Income tax department) ने शिकंजा कसा था। उस समय अबु दोजाना की कंपनी मेसर्स मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ही लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के कथित मालिकाना हक वाला मॉल बनवा रही थी। जब इसकी शिकायत मिली तो उसके बाद ईडी ने काम रुकवा दिया था। उसके बाद ही मॉल का काम बंद पड़ा है।

लालू की तीन बेटियों के खिलाफ कार्यवाही

lalu prasad yadav

आपको बता दें कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव और उनकी धर्मपत्नी राबड़ी देवी से सीबीआई कुछ दिनों पहले ही पूछताछ कर चुकी है। इसी मामले में अब लालू की तीनों बेटियों हेमा यादव, चंदा यादव और रागिनी यादव के खिलाफ ईडी की टीम ने छापेमारी की है। चर्चा यह भी है कि अबु दोजाना पर शिकंजा इसलिए कस रहा है, क्योंकि पटना के सगुना मोड़ पर बन रहे बिहार के सबसे बड़े मॉल का काम अबु दोजाना ही देख रहे थे।

ऐसा कहा जाता है कि यह मॉल लालू के परिवार का है। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल, मॉल के कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी जा चुकी है। इस छापेमारी के बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि यह मामला आय से अधिक संपत्ति का है।

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