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‘ब्लू व्हेल’ की मास्टरमाइन्ड फंसी पुलिस की जाल मे, 17 साल की लड़की ने रचा था खूनी खेल

‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ मौत के इस खेल ने पूरी दुनिया में अपने दहशत कायम कर रखी थी.. अपने बच्चों के हांथ में मोबाईल देखते ही मां बाप अनहोनी की आशंका से डरने लगे थें …लेकिन खौफ के इस खेल से अब पर्दा उठ चुका है .. रशियन पुलिस ने एक 17 साल की लड़की को गिरफ्तार किया है जो गेम की एडमिनिस्ट्रेटिव है। वह अपनी धमकियों से और डर दिखाकर लोगों को अपनी जान लेने पर मजबूर कर देती थी।

यही वो लड़की थी जो गेम बीच में छोड़ने वालों को जान से मारने की धमकी और उनके परिवार की हत्या करने जैसी धमकियां देकर मासूमों को खुदकुशी करने के लिए प्रेरित करती थी

लड़की के कमरे से पुलिस को ऐसी संदिग्ध चीजें मिली

गिरफ्तारी के बाद जब लड़की के कमरे की तलाशी पुलिस ने ली तो उनके होश उड़ गए. लड़की के कमरे में ढ़ेरों भूतिया और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाली किताबे मिली. पुलिस की माने तो आरोपी लड़की भी ब्लू व्हेल गेम खेल चुकी है. लेकिन वो इस खेल के टास्क को पूरा नही कर सकी. उसके बाद वो खुद ही खेल की एडमिस्ट्रेटिव बन गई.जिसके उसका काम धमकाना और डराना था. जिससे टास्क के अनुसार खिलाड़ी आत्महत्या करें. इस गेम में उसी को शिकार बनाया जाता हो तनाव में हो. फिलहाल लड़की को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ कई और अहम जानकारी जुटाने में पुलिस लग गई है. इसके अलावा पुलिस ने एक 21 साल के शख्स को भी गिरफ्तार किया है।

आखिर क्या है ये ब्लू व्हेल चैलेन्ज

‘ब्लू व्हेल गेम’ रूस के फिलिप बुडेकिन नाम के शख्स ने 2013 में बनाया था. ये एक ऐसा चैलेंज है, जिसमें आपको ग्रुप के एडमिन के द्वारा दिए गए कई टास्क को पूरा करना होता है 50 दिनों के अंदर. हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है. आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है. गेम खेलने वाले को हर दिन एक कोड नंबर दिया जाता है.

इसमें हाथ पर ब्लेड से F57 लिखकर इसकी फोटो अपलोड करने के लिए कहा जाता है. इस गेम का एडमिन स्काइप के जरिए गेम खेलने वाले से बात करता रहता है. गेम का विनर उसे ही घोषित किया जाता है, जो अंतिम दिन जान दे देता है। इस ऑनलाइन खूनी गेम ने भारत में भी कई मासूमों की जान ली है.. राजधानी दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ में भी इस खूनी खेल की वजह से कई मासूमों की जानें जा चुकी हैं।

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