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हिंदू धर्म में लौटे ईसाई बने 500 लोग, धमकियां मिलने पर भी नहीं डरे, कहा- हिन्दुत्व जिन्दाबाद

धर्म परिवर्तन भारत में सालों पुराना मुद्दा रहा है। धर्म के ठेकेदार बहला फुसला कर नासमझ और मासूम लोगों का धर्म बदल देते हैं। लेकिन हाल ही में हिंदू से ईसाई बने 500 लोग फिर से अपने धर्म यानि हिन्दुत्व में लौट आए। इन सभी एक ने बड़े समारोह में फिर से हिंदू धर्म में घर वापसी की है। यह कार्य आर्य समाज, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सहयोग से सम्पन्न हुआ। इसमें धर्म जागरण समन्वय विभाग ओडिशा की भी अहम भूमिका रही।

ईसाई बने 500 लोगों ने की हिंदू धर्म में वापसी

यह समारोह सुंदरगढ़ जिले के ग्राम जमूरला में रखा गया था। यहां कल्याण महायज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें अनुसूचित जनजाति (schedule tribes) वर्ग के 173 परिवार ईसाई से फिर हिंदू बन गए। इन्हें पहले धर्मांतरण कर ईसाई बनाया गया था। ये सभी लोग भगवान बिरसा मुंडा के समाज से हैं। ये सभी बीते गुरुवार यानि 20 अक्टूबर 2022 को हिंदू धर्म में लौटे हैं।

इस दौरान छत्तीसगढ़ बीजेपी के महामंत्री  प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने चरण पखारकर सभी लोगों का हिंदू धर्म में पुनः स्वागत किया। बता दें कि जूदेव बीते कई सालों से छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड व अन्य राज्यों में जनजातीय समाज के धर्मांतरित लोगों का हिंदुसत्व मे वापसी का अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान को चलाते हुए उन्हें और परिवार को कई धमकियाँ मिल रही थी। लेकिन इसके बावजूद वे इस कार्य में सफल रहे और 500 लोगों ने अपना धर्म बदला।

कई सालों से चल रहा हिंदू वापसी अभियान

बताते चलें कि प्रबल प्रताप जशपुर राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके दिवंगत पिता दिलीप सिंह जूदेव भी र्मांतरित हिंदुओं की घर वापसी का अभियान चलाया करते थे। वह अटल बिहार वाजपेयी की सरकार एक दौरान मंत्री थे। उनका निधन अगस्त 2013 में हुआ था। इसके बाद उनके बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव इस अभियान को आगे चला रहे हैं।

वे छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में अभी तक दस हजार से ज्यादा लोगों की हिंदू धर्म में वापसी करवा चुके हैं। कोरोना काल में दो साल उनका अभियान ठहर गया था। लेकिन अब वे फिर से इसे तेज से कर रहे हैं। वे इसे एक पवित्र काम मानते हैं। वे अपने पिता के इस कार्यक्रम से जुड़कर खुद को गौरवान्वित मानते हैं।

इस शुद्धि कार्यक्रम में कई नामी हस्तियाँ शामिल हुई। इनमें विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार बरपंडा, राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साय, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक गाँधी, आचार्य अंशुदेव आर्य (अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रतिनिधि सभा), आचार्य डॉ. कमल नारायण आर्य, कपिल आर्य, आचार्य राकेश, सुभाष दुआ (शुद्धि महासभा दिल्ली), विनय भुइयां (क्षेत्र प्रमुख धर्म जागरण समन्वय विभाग ओडिशा), विक्रम आचार्य (प्रांत संयोजक धर्म जागरण प्रमुख) जैसे लोग शामिल हैं।

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