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मोदी के मास्टर स्ट्रोक से टूट की कगार पर पाकिस्तान

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति का ही ये असर है कि अमेरीका जहां आतंक परस्त पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। वहीं पीएम ने वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग थलग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अब आभास हो गया है, कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतराष्ट्रीय स्तर पर उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। पीएम मोदी की नीति का ही असर है। जो अब पाकिस्तान के नेताओं में अजीब सी उलझन पैदा कर दी है। जिसके बाद आपस में ही कलह मच गई है। नेता एक दूसरे के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर कई खतरों की तरफ भी आगाह कर रहे हैं।

पाकिस्तान का हो सकता है एक और विभाजनः नवाज शरीफ

पाकिस्तान की आवाम के साथ नेताओं को भी बड़े खतरे के रूप में कई चीजें दिखाई देने लगी है। तभी तो पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल में ही ये चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जनादेश का सम्मान नहीं किया गया तो पाकिस्तान 1971 की तरह फिर टूट सकता है। वकीलों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने पनामा पेपर्स मामले में उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच में देश की खुफिया एजेंसियों के हिस्सा बनने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि देश के 70 वर्षों के इतिहास में सभी 18 प्रधानमंत्रियों को कार्यकाल पूरा किए बिना ही घर भेज दिया गया। शरीफ ने कहा कि वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की सर्वोच्चता की लड़ाई लड़ रहे हैं और तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक वह लोगों के सहयोग से अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते।

‘अंतराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि बिगड़ी’

एक तरफ जहां नवाज शरीफ पद से हटाए जाने के बाद लोकतंत्र को लेकर अपनी चिंता जता रहे हैं। वहीं विपक्षी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान के अलग-थलग पड़ने के लिए सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पूरी तरह से जिम्मेदार है. सरकार की कमजोर विदेश नीतियों के चलते पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ रहा है.

अमेरीका दे रहा है पाकिस्तान को धमकी

बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री कह रहे हैं कि उनके नेता को अयोग्य कैसे करार दे दिया गया?  बिलावल ने कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री वैश्विक मंच पर देश की साख मजबूत करने की बजाय सत्ता की राजनीति कर रहे हैं. लिहाजा अब अमेरिका भी पाकिस्तान को खुलेआम धमकी दे रहा है.

आतंकी संगठन बना रहे हैं राजनीतिक पार्टियाः बिलावल

बिलावल भुट्टो ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए बने नेशनल एक्शन प्लान को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया. आतंकी संगठन अपना नाम बदलकर राजनीतिक पार्टियां बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ ही नहीं, बल्कि इमरान खान भी देश को चलाने में सक्षम नहीं हैं.

क्या है पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक

दरअसल बीते कई सालों से पाकिस्तान के बालूचिस्तान में संघर्ष चल रहा है। लोग लगातार आजादी की मांग करते आ रहे हैं। वहीं बलूचिस्तान के लोगों का भारत समर्थन करता आ रहा है। पाकिस्तान को डर है कि हालात और अंतराष्ट्रीय पर प्रभाव कम हुआ। तो भारत 1971 जैसे हालात पैदाकर बलूचिस्तान को भी बांगलादेश की तरह अलग करने में मदद कर सकता है।

 

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