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12 साल के इस बच्चे के कारनामे जान कर रह जाएंगे दंग , ब्रिटेन ने कहा लड़का आइंस्टाइन से भी है तेज .

एक ही रात में यह 12 वार्षित भारतीय अपनी काबिलियत से बन गया हीरो, मामला जान कर रह जाएंगे हैरान लन्दन: कुछ लोग बचपन से ही काफी प्रतिभावान होते हैं, उनकी प्रतिभा के आगे अच्छे-अच्छे विद्वान दम तोड़ देते हैं। यह सबकुछ बच्चे की परवरिश पर निर्भर करता है। अगर बच्चे के माता-पिता उसकी परवरिश में ध्यान देते हैं तो उसका अच्छे से विकास होता है। दुनिया में कई ऐसे बच्चे हैं, जिनका दिमाग बहुत ज्यादा तेज होता है। समय आने पर वह साबित कर देते हैं कि वह किसी से कम नहीं हैं।

भारतियों का दिमाग होता है सबसे बेहतरीन:

यह बात पूरी दुनिया में सिद्ध हो चुकी है कि पूरी दुनिया में सबसे बेहतरीन दिमाग भारतियों का होता है। यहाँ संसाधनों की कमी की वजह से लोग कुछ कर नहीं पाते हैं और अन्धकार में डूबकर रह जाते हैं। वहीँ जिन भारतियों को संसाधनों की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है, वह पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करते हैं। हालांकि कुछ भारतीय संसाधनों की कमी के बावजूद आज इतिहास में अमर हैं। इन्ही में से एक थे रामानुजम, जिनकी गणित के ऊपर आज भी शोध कार्य चल रहा है।

तेज दिमाग से बन गया एक ही रात में हीरो:

आज हम आपको एक ऐसे ही भारतीय के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने तेज दिमाग की वजह से एक ही रात में हीरो बन गया है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं 12 साल के एक भारतीय मूल के बच्चे की जो ब्रिटेन के एक टीवी शो में सभी सवालों का सही-सही जवाब देने के बाद सनसनी बन गया है। चाइल्ड जीनियस नाम की इस टीवी श्रृंखला के पहले चरण में राहुल ने सभी 14 सवालों के सही-सही जवाब दिए। यह कार्यक्रम ब्रिटेन के चैनल 4 पर प्रसारित किया जाता है।

अलबर्ट आइन्स्टीन से भी ज्यादा है बच्चे का आई क्यू:

आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चे का आई क्यू 162 था जो अलबर्ट आइन्स्टीन और स्टीफन हॉकिन्स से भी ज्यादा माना जा रहा है। इसके बाद वह उस मेंस क्लब का सदस्य बनने के काबिल भी हो गया है, जिसमें दुनिया के सबसे ज्यादा आई क्यू वाले लोग शामिल हैं। टीवी के इस कार्यक्रम में शामिल सभी 20 प्रतिभागियों की उम्र 8 से 12 साल थी। इस कार्यक्रम में हर सप्ताह एक प्रतिभागी निकलेगा और अंत में जो बचेगा वही विजेता होगा।

मैं खुद को मानता हूँ कि मैं जीनियस हूँ:

राहुल ने कहा कि, “मैं हमेशा से ही बेहतर करना चाहता हूँ और कुछ भी हो जाये मैं यह कर के रहूँगा। मैं खुद को समझता हूँ कि मैं जीनियस हूँ। मैं मेंटल मैथ्स और सामान्य ज्ञान में बहुत अच्छा हूँ और चीजों को रटना मुझे अच्छा लगता है।“ राहुल ने अपने बारे में बताया कि उसकी पसंदीदा भाषा लैटिन है। कार्यकर्म के पहले दौर के बाद ही वह सोशल मीडिया पर हीरो बनकर उभरा है। एक ट्वीटर उपयोगकर्ता ने उसके ऊपर चुटकुला लिखा है कि, राहुल उत्तर कोरिया और अमेरिका ने बीच शांति समझौते के लिए बात कर सकता है।

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