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बारिश नहीं हुई तो भगवान से नाराज हो गया शख्स, लिखित में की इन्द्रदेव के खिलाफ शिकायत

देश में कहीं बहुत झमाझम बारिश हो रही है तो कहीं एकदम सूखा पड़ा हुआ है। जहां सूखा है वहां लोग भगवान से जल्द पानी बरसाने की विनती कर रहे हैं। लेकिन यूपी के गोंडा में जब भगवान ने बारिश नहीं की तो एक शख्स नाराज हो गया। उसने सीधा भगवान इंद्र देव के खिलाफ शिकायत कर दी। अब इसका शिकायत पत्र इंटरनेट पर छाया हुआ है।

दरअसल शनिवार (16 जुलाई) करनैलगंज तहसील में ‘संपूर्ण समाधान दिवस 2022’ था। इसमें कई लोग अपनी शिकायत लेकर आए थे। कौड़िया थाना क्षेत्र के झाला गांव के रहने वाले सुमित कुमार भी यहां उपस्थित थे। उन्होंने सुनवाई के दौरान अधिकारियों एक अनोखा प्रार्थना पत्र दिया। इसे देख अधिकारी भी हक्के बक्के रह गए।

शख्स ने की इन्द्र देव के खिलाफ शिकायत

दरअसल इस प्रार्थना पत्र सुमित कुमार ने बारिश नहीं होने पर इंद्र देवता के विरुद्ध शिकायत की। उन्होंने इस प्रार्थना पत्र में पानी नहीं बरसने और सूखा पड़ने पर नाराजगी जताई। साथ ही बताया कि पानी न गिरने से जनता काफी परेशान है। जीव-जंतुओं और खेती पर पर भी इसका असर पड़ रहा है। गर्मी लोगों से सहन नहीं हो रही है। इसके साथ ही शख्स ने इन्द्र देव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। आप इस पूरे प्रार्थना पत्र को यहां पढ़ सकते हैं।

इस प्रार्थना पत्र के वायरल होने के बाद तहसीलदार नरसिंह नारायण वर्मा का एक बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर भगवान इंद्र देव के खिलाफ जो प्रार्थना पत्र वायरल हो रहा है वह फर्जी है। इस प्रार्थना पत्र जो आदेश और हस्ताक्षर है वह उनके नहीं है। वह फर्जी है। ऐसे में शिकायत करने वाले शख्स के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।

लोगों ने लिए मजे

उधर जब ये शिकायत पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग मजे लेने लगे। एक यूजर ने मजाक में कहा ‘लगता है तहसीलदार साहब की पहुंच बहुत ऊपर तक है।’ फिर दूसरे ने लिखा ‘इन्द्र देव भी सोच रहे होंगे ये सरकारी काम है। शिकायत की कार्रवाई में बहुत समय लगेगा। हम और देर से पानी बारसएंगे।’ वैसे कुछ लोगों ने इस बात को सिरियलसी भी लिया। और कहा कि शिकायत करने वाले शख्स के ऊपर ही कहीं एफआईआर ना हो जाए।

बताते चलें कि गोंडा में अभी भी जोरदार बारिश नहीं हुई है। ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। उनका चेहरा उतरा हुआ है। उनका कहना है कि जमीन के अंडर से पानी लेकर जब सिंचाई करते हैं तो फसल की लागत नहीं निकल पाती है।

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