हामिद अंसारी ने पाकिस्तान को दी थी भारत की संवेदनशील जानकारियां, पाक पत्रकार ने खोली पोल
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है. यह खुलासा किया है हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के लेखक और पत्रकार नुसरत मिर्जा ने. हाल ही में मिर्जा ने पाकिस्तानी पत्रकार और YouTuber शकील चौधरी (Shakil Chaudhary) को एक साक्षात्कार दिया जिसमें उन्होंने बताया कि हामिद अंसारी और ‘मिल्ली गैजेट’ अखबार के मालिक जफरुल इस्लाम खान के बुलावे पर वे भारत आए थे. यहां आतंकवाद पर हुए समारोह में भी हिस्सा लिया था.
भारत के 56 मुस्लिम सांसदों ने की थी मदद…
हामिद अंसारी की सच्चाई का खुलासा करने के साथ ही नुसरत मिर्जा ने भारत के उन 56 मुस्लिम सांसदों का भी जिक्र किया जिन्होंने उनकी मदद की थी. नुसरत ने साक्षात्कार में कहा कि, ”उनके पास 29 राज्य हैं. मैंने उनमें से 15 का दौरा किया है. उस वक्त लोकसभा और राज्यसभा के 56 मुस्लिम सदस्य थे. मेरी उन सभी के साथ मेरी अच्छी दोस्ती थी. वे बहुत मददगार थे”.
नुसरत ने कहा कि, “मैंने पाँच बार भारत की यात्रा की. 2005 में चंडीगढ़ का दौरा किया और 2006 में हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई का दौरा किया. इसके बाद मैंने कोलकाता, पटना और अन्य स्थानों का दौरा किया. 2010 में मुझे पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आतंकवाद पर हुए एक सेमिनार में आमंत्रित किया था हालाँकि मैं मानता हूँ कि हम भी बहुत बड़े एक्सपर्ट नहीं हैं, लेकिन हम मुगल हैं.
हमने सदियों तक भारत पर राज किया है. मैं उनकी संस्कृति को समझता हूँ. हम वहाँ के हालात से अच्छी तरह वाकिफ हैं. हम उनकी कमजोरियों के बारे में भी जानते हैं, लेकिन मसला ये है कि मैंने भारत के बारे में जो भी जानकारी इकट्ठा की थीं, उसका इस्तेमाल पाकिस्तान में अच्छे नेतृत्व की कमी के कारण नहीं हो रहा है. पाकिस्तान में ऐसा कोई शख्स नहीं है, जो मेरे तर्जुबे से इत्तेफाक रखे”.
ISI के लिए जासूसी करते थे नुसरत…
बता दें कि जब जब नुसरत भारत आए, यहां अक्सर जासूसी की तब भारत में कांग्रेस की सरकार थी. मिर्जा ने बताया कि, “क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान में क्या समस्या है? जब कोई नया चीफ आता है, तो वह पिछले चीफ द्वारा किए गए सभी कार्यों को दरकिनार कर नए सिरे से कार्य शुरू करता है. साल 2011 में मैं ‘मिली गैजेट’ के जफरूल इस्लाम के न्यौते पर भारत आया था.
नुसरत ने कहा कि मैं भारत से जब पाकिस्तान गया तो मुझे तब पाकिस्तान में आईएसआई के रिटायर हो रहे डीजीएसआई ने कहा था कि जो भी जानकारी उन्होंने इकट्ठा की है वो, आईएसआई के नए चीफ जनरल कियानी को दें. इस पर मिर्जा ने कहा कि, “मैं उन्हें जानकारी नहीं दूँगा, आप खुद कियानी को ये जानकारी दे दें”.
“मेरी तरफ से जो जानकारी मिली उसके बाद पाक आर्मी के ब्रिगेडियर की ओर से मुझे फोन आया. इस फोन कॉल में कहा गया कि ऐसी ही जानकारी अगर और मिल जाए तो बेहतर रहेगा. जब से एफएटीएफ आया है तब से पाकिस्तान ने पर (भारत में) कोई एक्टिविटी नहीं की है, उसके हाथ पैर बंधे हैं”.
साक्षात्कार में चौधरी ने नुसरत से सवाल किया कि, “वह एकेडमिक एक्सपर्ट के बारे में बात कर रहे हैं, तो जवाब मिला कि, “देखिए, उनके पास 29 राज्य हैं. मैंने उनमें से 15 का दौरा किया है. उस वक्त लोकसभा और राज्यसभा के 56 मुस्लिम सदस्य थे. मेरी उन सभी के साथ मेरी अच्छी दोस्ती थी. वे बहुत मददगार थे. ऐसा नहीं है कि भारत पर कोई शोध या लिखित कार्य नहीं हुआ है. हमारे पास 60 के दशक की किताबें मौजूद हैं”.
भारत पाकिस्तान को खत्म करना चाहता है…
आगे मिर्जा से पूछा गया कि, क्या भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ शांति से रह सकते हैं ? जवाब में उन्होंने कहा कि, मुगलों ने भारत पर कई वर्षों तक राज किया है. भारत इसका बदला लेना चाहता है और पाकिस्तान को खत्म करना चाहता है. मिर्जा के मुताबिक़ मैंने उस समय उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल के एक नेता से मुलाकात उन्होंने कहा कि, “जब मैं यूपी गया तो पार्टी के एक नेता से मिला. उन्होंने मुझे बताया कि कैसे उनकी सरकार ने मुस्लिमों का समर्थन किया और उन्हें नौकरी दी. वह सही था. अगर वे ऐसे ही जीना चाहते हैं तो यह स्वागत योग्य है, लेकिन अगर वे मुस्लिमों को गुलाम बनाना चाहते हैं, तो यह अस्वीकार्य है”.
कश्मीर हमारा है…
पाक पत्रकार ने कश्मीर राग भी अलापा. कहा कि, “भारत जबरदस्ती जूनागढ़ और हैदराबाद ले गया जहाँ के राजा मुस्लिम थे, लेकिन बहुसंख्यक हिंदू थे. अगर कश्मीर पर भी यही बात लागू की जाती है, तो एक तरह से पाकिस्तान का इस पर (कश्मीर) अधिकार है”.