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जाते-जाते ज़हर घोल गए हामिद अंसारी, कहा – देश के मुस्लिम बेचैनी और असुरक्षित महसुस कर रहे हैं

नई दिल्ली – उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल अब समाप्त हो रहा है, लेकिन हमेशा से विवादों में रहे हामिद अंसारी जाते-जाते भी देश में ज़हर घोलने से नहीं चुके। हामिद अंसारी ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा कि, देश के मुस्लमान इस वक्त बेचैन हैं और वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। Hamid Ansari statement muslims feeling.

देश के मुस्लिम बेचैन और असुरक्षित महसुस कर रहे हैं

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने कार्यकाल पूरा होने से एक दिन पहले एक इंटरव्यू के दौरान यह कहकर बवाल मचा दिया है कि देश के मुस्लमानों में बेचैनी और असुरक्षा की भावना है। उपराष्ट्रपति के तौर पर अपने अंतिम इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह देश में बढ़ती असहनशीलता पर चिंतित हैं। हामिद अंसारी के मुताबिक भीड़ के हाथों हत्याएं, अंधविश्वास, घर वापसी और बीफ बैन जैसे मुद्दों से देश के हालात बिगड़े हैं।

बयान देकर राजनीति कर रहे हैं हामिद अंसारी

उपराष्ट्रपति के तौर हामिद अंसारी के आखिरी इंटरव्यू में दिये गए उनके बयान पर बीजेपी के तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि अंसारी संवेदनशील मुद्दों पर बयान देकर राजनीति कर रहे हैं। मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘उनके बयान देने के समय से उनकी मंशा को जाहिर होती है। जब तक वो पद पर थे, तब तक उन्होंने कुछ नहीं कहा, अब जब वो पद छोड़ रहे हैं, तो ऐसे बयान देकर राजनीति कर रहे हैं।’

शिवसेना बोलीः पहले इस्तीफा क्यों नहीं दिया

बीजेपी के अलावा, शिवसेना ने भी हामिद अंसारी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, अगर उन्हें मुस्लिमों में बेचैनी और असुरक्षा की भावना नज़र आती थी तो यह बात उन्होंने पहले क्यों नहीं कही। और अगर ये बात थी तो पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। अब जब उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है, तब वो ऐसे बयान देकर देश में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। यूपी में मुसलमानों ने भी बीजेपी को वोट दिया है, इसलिए वो इस तरह का बयान न दें।

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