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छोटा भाई हो जाए ठीक, इसलिए बिहार से नोएडा आकर काम कर रहा 18 साल का नंदू, सुनिए दुखभरी कहानी

कहते है कि मुश्किलें भी उन्हीं के हिस्से में आती है जो उनका डटकर सामना करते है. हालांकि मुश्किलें किसी की शक्ल, किसी की स्थिति, किसी की उम्र देखकर नहीं आती है. 18 साल के नंदू के घर परिवार में बीते साल दिवाली के मौके पर मुसीबतों ने डेरा डाल लिया था.

नंदू बिहार के मधेपुरा का रहने वाला है. वो बिहार छोड़ चुका है और अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे शहर नोएडा में काम कर रहा है. बिहार से 1000 किलोमीटर दूर नंदू नोएडा आ चुका है. नंदू यहां कुछ महीनों से डोसा, इडली, वडा आदि का स्टॉल लगा रहा है. लेकिन 18 साल का नंदू यह काम शौक में कर रहा है या कोई परेशानी में. आइए आपको बताते है कि आख़िर बात क्या है.

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नंदू नोएडा में लोगों को नाश्ता खिलाने का काम कर रहा है. उसकी उम्र बहुत छोटी है हालांकि इस छोटी उम्र में ही उसने अपने कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी ले ली है. साल 2021 में दिवाली पर नंदू का छोटा भाई पटाखे जलाने के दौरान जल गया था. उसका लगातार इलाज चल रहा है. अब उसे सर्जरी की आवश्यकता है.

नंदू ने बताया है कि छोटे भाई की सर्जरी की जाएगी और उसका खर्च थोड़ा ज्यादा है जिसे उसके माता-पिता वहन नहीं कर सकते है. ऐसे में नंदू ने घर परिवार की जिम्मेदारी को समझते हुए बिहार से दूर नोएडा में आना उचित समझा और वो कई महीनों से यहां काम कर रहा है. नंदू डोसा, इडली, वडा आदि बेचकर महीने के 18 हजार रूपये कमा लेता है.

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नंदू का धंधा अच्छा चल रहा है. धंधा बढ़ा तो उसने दो हेल्पर भी रख लिए. वो नोएडा में सेक्टर 15 मेट्रो स्टेशन के पास स्टॉल लगता है. नंदू का कहना है कि, ”मेरे माता-पिता भाई के इलाज का खर्च बहुत मुश्किल से उठा पाते हैं. इसलिए मैं 10वीं की परीक्षा देकर यहां आ गया और साउथ इंडियन फूड का स्टॉल लगा लिया”.

जारी रखना चाहता है पढ़ाई…

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नंदू ने पढ़ाई छोड़ी नहीं है बल्कि वो अपने भाई के लिए पढ़ाई से ब्रेक लेकर आया है. नंदू 10वीं कक्षा की परीक्षा दे चुका है और समय निकालकर वो फिलहा नोएडा में काम कर रहा है. नंदू ने बताया है कि वो आगे पढ़ाई जारी रखना चाहता है. नंदू इलाज के लिए जरूरी पैसे जुटाना चाहता है.

जानकारी देते हुए नंदू ने बताया है कि, ”मेरा भाई कमर के नीचे गंभीर रूप से जल गया है. एक प्राइवेट डॉक्टर ने कहा कि सर्जरी के लिए मोटा पैसा लगेगा. अभी भी इलाज का खर्चा तो हो ही रहा है. मैं सर्जरी के लिए ही पैसा जुटा रहा हूं”.

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