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मिस यूनिवर्स हरनाज ने हिजाब विवाद पर दे दिया ऐसा बयान, सोशल मीडिया में जमकर होने लगीं ट्रोल

कर्नाटक राज्य से शुरू हुआ हिजाब विवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस मामले पर हाईकोर्ट का फैसला भी आ चुका है। कोर्ट ने भी हिजाब को स्कूलों के भीतर न पहनने के स्कूल के फैसले को सही ठहरा दिया है। इसके बाद भी विवाद कम नहीं हो रहा है और इसे लड़कियों की आजादी से जोड़कर देखा जा रहा है।

हिजाब विवाद पर कई तरह के बयान सामने आए हैं। ताजा विवाद मिस यूनिवर्स हरनाज संधू का सामने आया है। उन्होंने इस मामले पर ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद वो जमकर ट्रोल हो रही हैं। उनसे पत्रकार ने इस विवाद पर उनकी राय पूछी थी। हरनाज ने इस विवाद को लड़कियों की आजादी से ही जोड़ दिया।

कर्नाटक से शुरू हुआ विवाद

हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी जिले से शुरू हुआ था। यहां पर स्कूल के भीतर हिजाब पहनकर कुछ मुस्लिम छात्राएं जाना चाहती थीं। वहीं स्कूल ने नियमों के मुताबिक उनको प्रवेश देने से मना कर दिया था। इसी बात पर बवाल हो गया था और मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया था। लड़कियों ने इसे अपनी मजहबी आजादी का हनन बताया था।

हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की। इसके बाद फैसला दिया कि हिजाब इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं है। ऐसे में छात्राओं की मजहबी आजादी का हनन कहीं से नहीं हो रहा है। कोर्ट ने साफ कहा कि स्कूल के ड्रेस कोड के हिसाब से ही वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को आना होगा। अब ये केस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।

जानें क्या बोलीं मिस यूनिवर्स हरनाज

हिजाब विवाद पर बयान देना हरनाज संधू को भारी पड़ गया। वो एक समारोह में मुंबई आई हुई थीं। 22 साल की हरनाज से एक पत्रकार ने हिजाब विवाद पर उनका पक्ष जानना चाहा। पहले तो उनकी टीम ने साफ इनकार दिया। टीम का कहना था कि उनसे राजनीति से जुड़े कोई सवाल न पूछे जाएं।

हालांकि इसके बाद भी पत्रकार ने उनसे सवाल पूछ लिया। इस पर हरनाज के रिएक्शन के बाद वो ट्रोल होने लगीं। मिस यूनिवर्स ने कहा कि हमेशा लोग लड़कियों को ही निशाना क्यों बनाते हैं। हरनाज ने पत्रकार से ही कहा कि जैसे अभी आप मुझे टारगेट कर रहे हैं। वो बोलीं लड़कियां जैसे जीना चाहती हैं, उनको जीने दो। उनको उड़ने दीजिए, उनके पंख मत काटो।

सोशल मीडिया पर जमकर हुई ट्रोल

मिस यूनिवर्स का ये रिएक्शन उनपर भारी पड़ गया। सोशल मीडिया पर उनको ट्रोल करने वालों की लाइन लग गई। एक यूजर ने लिखा कि लड़कियों को हिजाब पहनने से किसने रोका है, ये नियम सिर्फ स्कूल के अंदर के लिए है, वहां कोई हिजाब कैसे पहनेगा। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि पहले आप कोर्ट का फैसला तो पढ़िए।

यूजर ने कहा कि क्या यूनिफॉर्म का नियम आपको नहीं पता है। वहीं अन्य यूजर का कहना था कि स्कूल के कुछ नियम होते हैं, उनमें ड्रेस कोड भी है। अगर आपको पसंद नहीं तो आप स्कूल बदल सकते हैं। विवाद क्यों करते हैं। वहीं कुछ यूजर उनके जवाब की तारीफ करते भी नजर आए।

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