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‘ये ममता का बंगाल है…घर छोड़कर भाग रहे बीजेपी कार्यकर्ता, पुलिस है की सुनती ही नहीं’

भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी जंग किसी से छिपी हुई नहीं है। ममता बनर्जी तृणमूल की प्रमुख हैं और पश्चिम बंगाल में भाजपा को पछाड़ चुकी हैं। वहीं भाजपा भी तृणमूल को हराने के लिए सारी जुगत भिड़ाती रहती है। इसके बाद भी बंगाल में बीजेपी तृणमूल कांग्रेस को मात नहीं दे सकी।

दोनों ही दलों की सियासी दुश्मनी अब निजी और हिंसक भी होती जा रही है। बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर जमकर हमले हो रहे हैं।हिंसा करने वालों को बीजेपी नेता तृणमूल समर्थक बताते हैं। इसी वजह से हिंसा के विरोध में बीजेपी के बड़े नेता उमेश राय कोलकाता के एक थाने में परिवार के साथ धरने पर बैठ गए हैं।

कांटे की टक्कर में ममता ने मार ली थी बाजी

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर थी। बीजेपी ने अपने बड़े-बड़े नेताओं को ममता से टक्कर लेने के लिए चुनावी मैदान में उतार दिया था। यूपी से भी योगी आदित्यनाथ को रैली करने के लिए भेजा था। दोनों ही दलों की ओर से ध्रुवीकरण की कोशिश भी की गई।

हालांकि ममता बनर्जी भाजपा पर भारी पड़ गईं और उनको बंगाल की जनता ने एक बार फिर चुनकर सीएम की गद्दी पर बैठा दिया। दूसरी ओर भाजपा भले ही चुनाव में सत्ता हासिल नहीं कर सकी हो लेकिन पार्टी की स्थिति बंगाल में काफी मजबूत हो गई है। पहले लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बंगाल में अच्छी सीटें हासिल की हैं।

लगातार हो रहा है टकराव, बीजेपी कार्यकर्ताओं से हिंसा

चुनाव के पहले से ही भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी जंग जारी थी। हालांकि ये जंग निजी भी हो गई और हिंसक रूप भी ले चुकी है। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बंगाल में खूब हमले हो रहे हैं। बंगाल के भाजपा नेताओं का आरोप है कि पार्टी के दफ्तरों में तोड़फोड़ की जा रही है।

नेताओं का दावा है कि बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के खौफ की वजह से बीजेपी कार्यकर्ता अपना घर छोड़कर ही भाग जा रहे हैं। वहीं पुलिस भी किसी तरह की सुनवाई नहीं करती है। इसी वजह से हावड़ा के भाजपा नेता उमेश राय गोलाबरी पुलिस स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ उनका परिवार भी धरना दे रहा है।

जब तक हिंसा बंद नहीं होगी, धरना नहीं रुकेगा

उमेश का कहना है कि उनके कार्यालय पर 4 मार्च को हमला हुआ और तोड़फोड़ की गई। इसकी पुलिस से शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं उनका आरोप है कि पुलिस के डर से उनके दर्जनों कार्यकर्ता घर छोड़कर भाग गए हैं। वो वापस ही नहीं लौट पा रहे हैं। उमेश ने कहा कि जब तक वे लोग वापस नहीं लौटेंगे, उनका धरना चलता रहेगा।

हालांकि टीएमसी ने भाजपा के इन आरोपों को हमेशा ही खारिज किया है। ममता बनर्जी ने दावा किया था कि किसी भी बीजेपी कार्यकर्ता को उनकी पार्टी के लोग नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं। ममता का कहना था कि भाजपा बंगाल में तृणमूल को मिली जीत और अपनी हार को पचा नहीं पा रही है।

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