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योगी का खौफ: हाथ जोड़कर थाने पहुंचे हिस्ट्रीशीटर और बोले- अब सारी जिन्दगी अपराध नहीं करेंगे साहब

योगी सरकार ने एक बार फिर दमदार वापसी कर ली है। अपनी वापसी का दावा योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कर दिया था। इसकी वजह उन्होंने कानून व्यवस्था को भी बताया था जो सपा सरकार की हार का प्रमुख कारण बनी थी। इसी वजह से योगी अपने दूसरे कार्यकाल में भी इस मुद्दे से डिगना नहीं चाहते हैं।

 

वहीं दूसरी ओर अपराधियों में भी योगी का खौफ हो रहा है। हिस्ट्रीशीटरों में खलबली मची हुई है कि कैसे योगी सरकार की वापसी में अपनी जान बचाई जा सके। इसी वजह से अपराधी लाइन लगाकर खुद ही थाने पहुंच रहे हैं और पुलिस के हाथ जोड़कर दोबारा कभी अपराध न करने की कसम भी खा रहे हैं।

कानून व्यवस्था रहा अहम मुद्दा

सपा सरकार विकास कार्यों में तो आगे रहती है लेकिन कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हमेशा विपक्ष के निशाने पर रही है। इसकी वजह भी थी क्योंकि सपा सरकार में अपराधी बेखौफ हो जाते थे और सरकार का सहारा लेकर ही अपराध करने लगते थे। इसी वजह से अखिलेश अक्सर बैकफुट पर आ जाया करते थे।

हालांकि मायावती का शासन उनकी तुलना में कानून व्यवस्था के मामले में बेहतर हुआ करता था। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ की सरकार में भी कानून व्यवस्था दुरुस्त रही जिसकी लोग तारीफ भी करते हैं। योगी की वापसी में भी ये मुद्दा काफी अहम रहा। माफिया पर लगाम कसने में उन्होंने कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।

योगी की दोबारा वापसी का खौफ

एक बार फिर योगी की वापसी सत्ता में हो गई है। इसका असर भी अपराधियों में दिखना शुरू हो गया है। ताजा घटना सहारनपुर से सामने आई है। यहां अपराधियों में जुर्म छोड़ने की कसम खाने की होड़ सी लग गई है। एसएसपी ने बताया कि यहां के चिलकाना थाने में 13 हिस्ट्रीशीटर अपराधी आए थे। इन लोगों ने सरेंडर कर दिया था।

वहीं इसके अगले ही दिन गागलहेड़ी थाने में भी अजब नजारा दिखा। यहां सुबह सुबह ही 8 हिस्ट्रीशीटर लाइन लगाकर पहुंच गए। वो पुलिस के आगे हाथ जोड़े खड़े थे। सभी ने सरेंडर कर दिया और पुलिस के सामने ही भविष्य में दोबारा अपराध न करने की कसम खा ली। योगी का खौफ अपराधियों के चेहरे पर साफ नजर आ रहा था।

जब बुलाएंगे, तब थाने आ जाएंगे साहब

हाथ जोड़कर थाने पहुंचे अपराधियों ने पुलिस से अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस जब भी उनको बुलाएगा वो थाने आ जाएंगे। साथ ही हमेशा पुलिस के संपर्क में रहने का भरोसा भी दिया। वहीं पुलिस ने भी उनको ईमानदारी के साथ जीवन यापन करने और भविष्य में अपराध न करने की सलाह दी। ये नजारा यूपी के थानों में आम हो गया है।

वहीं योगी के लौटते ही बुल्डोजर चलना भी शुरू हो गया है। मेरठ में माफिया के अवैध कब्जे को हटाने का काम शुरू हो गया था। इसके बाद मुख्तार अंसारी के करीबी पर भी शिकंजा कस गया। योगी सरकार इस बार भी माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है और अपराध पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है। इसका वादा योगी ने चुनाव के दौरान ही कर दिया था।

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