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बड़ी कंपनी में जॉब छोड़कर बिरयानी बेचने लगे दो इंजीनियर, कमाई जानकर नहीं होगा यकीन

हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे बड़े होकर अच्छी नौकरी करें और इंजीनियर बन जाएं। इसके लिए माता-पिता अपनी मेहनत की पूंजी खर्च करने में भी नहीं हिचकिचाते हैं। वो सोचते हैं कि एक बार बच्चा इंजीनियर बन जाएगा तो उसकी लाइफ सेट हो जाएगी। हालांकि आज कल के युवाओं ऐसा नहीं सोच रहे हैं।

नई पीढ़ी के युवा 9 से 5 की जॉब करना नहीं चाह रहे हैं। वो कुछ नया करना चाहते हैं जिसके लिए रिस्क लेने के लिए भी तैयार रहते हैं। कुछ ऐसा ही काम किया सोनीपत के दो दोस्तों ने, जिन्होंने अच्छी कंपनी में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर बिरयानी बेचना शुरू कर दिया। अब जानें वो किस हाल में है।

पसंद नहीं आ रही थी नौकरी

रोड पर बिरयानी बेचने वाले रोहित और सचिन आपस में दोस्त हैं। सचिन और रोहित दोनों के परिवार का सपना था कि वो इंजीनियर बनें। इसी वजह से उन दोनों को मां-बाप ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी करवाई थी। सचिन के पास बीटेक तो रोहित के पास पॉलिटेक्निक की डिग्री थी। दोनों को बड़ी कंपनी में नौकरी भी मिल गई थी।

ये अलग बात है कि दोनों अपनी 9 से 5 वाली नौकरी को पसंद नहीं करते थे। नौकरी से ऊब चुके दोनों दोस्त कुछ नया करने की सोच रहे थे। हालांकि क्या किया जाए, इस बारे में दोनों ने सोचा नहीं था। फिर भी उनको इस नौकरी से पीछा छुड़ाना था। ऐसे में दोनों ने एक नये बिजनेस में हाथ आजमाने की ठान ली।

फूड बिजनेस में आजमाई किस्मत

सचिन और रोहित बताते हैं कि उन्होंने फूड बिजनेस में किस्मत आजमाने की सोची। इसकी वजह फूड बिजनेस का तेजी से ग्रो करना होता है। इसके बाद बात आई कि वो क्या बेचें और कहां बेचें। दोनों ने सलाह मशविरा करने के बाद वेज बिरयानी बेचने का फैसला किया। बिरयानी की डिमांड काफी ज्यादा है, ऐसे में उन्होंने इसी को बेचने का मन बना लिया।

इसके बाद उन्होंने सोनीपत में ही वेज बिरयानी का ठेला लगाना शुरू कर दिया। वो इस ठेले को सोनीपत के पॉश इलाके में लगाने लगे। थोड़ी दिक्कतों के बाद दोनों को इस बिजनेस में सफलता भी मिलने लगी। इससे दोनों दोस्त और ज्यादा उत्साहित हो गए और वेज बिरयानी के बिजनेस को ही अपनाने का फैसला कर लिया।

नौकरी से ज्यादा हो रही है कमाई

सचिन और रोहित का आइडिया चल निकला और अब इस बिजनेस से उनकी अच्छी कमाई भी होने लगी है। दोनों बताते हैं कि वो अपनी नौकरी से जितना कमाते थे। उससे ज्यादा वो इस वेज बिरयानी के ठेले से कमाने लगे हैं। उनकी बिरयानी भी कोई आम बिरयानी नहीं है। इसको उन्होंने काफी खास बनाया है।

वे बताते हैं कि उनकी इस बिरयानी को वो लोग भी खा सकते हैं जो डायटिंग पर होते हैं। इसकी वजह उन्होंने बिरयानी का ऑयल फ्री होना बताया। इसके साथ ही दोनों बिरयानी के चावल भी बहुत अच्छी क्वालिटी का प्रयोग करते हैं। वे हाफ प्लेट 50 रुपये और फुल प्लेट 70 रुपये में बेचते हैं। अब दोनों दोस्त अपना बिजनेस बढ़ाने का प्लान भी कर रहे हैं।

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