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हजारों कार सड़क पर छोड़ भागे यूक्रेनी, 20 घंटे पैदल चल बचाई जान, हिलाकर रख देगी ये खौफनाक दास्तान

रूस-यूक्रेन जंग ने युद्ध की विभीषिका को सामने ला दिया है। युद्ध किस तरह इंसान की जिंदगी को तबाह कर देता है यहां साफ-साफ देखा जा सकता है। एक शख्स जिसने 20 घंटों तक पैदल चलकर अपनी जान बचाई और वो यूक्रेन की सीमा से बाहर निकला, उसने दुनिया के सामने उस दर्दनाक मंजर को शेयर किया है, जिसे जानकर आदमी अंदर तक हिल जाएगा।

अमेरिका के रहने वाले 25 वर्षीय Manny Marotta पेशे से पत्रकार हैं। उन्होंने 20 घंटों तक पैदल सफर करके यूक्रेन को छोड़ा। ट्विटर पर उन्होंने अपनी यात्रा लोगों के साथ शेयर की। वो यूक्रेन के Lviv से पौलेंड पहुंचे। उन्होंने Ukraine Conflict Live 2022 नाम के ट्विटर हैंडल पर अपना अनुभव शेयर किया। उन्होंने बताया कि कैसे जब वो वहां पैदल चल रहे थे, तो यूक्रेन की क्या दुर्दशा उन्होंने देखी।


ट्विटर पर इस दर्दनाक सफर को शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने कई कारों को खड़े देखा। जिनके मालिक उन्हें वहीं छोड़कर जा चुके थे। यह कारें 25 किलोमीटर लंबी लाइन में खड़ी थी। उनमें से कई कारों में तो गैस भी नहीं थी। ऐसे में लोगों ने पैदल ही सफर को वेस्ट की ओर तय करना शुरू कर दिया था।


उन्होंने बताया यूक्रेन की सेना के जवान उन लोगों में हौसला भर रहे थे, जो देश को छोड़कर जा रहे थे। इस दौरान 18 से 60 वर्ष के पुरुषों को वो आर्मी ज्वाइन करने के लिए भी प्रेरित कर रहे थे। वो कहते रहे थे, ‘अपनी बेटी, मां और गर्लफ्रेंड को गुड बाय कह दो, और रूसियों से फाइट करो।’


उन्होंने आगे बताया कि उनकी मैक्स नाम के एक 24 वर्षीय शख्स से दोस्ती हुई थी। वो उनसे बात कर रहा था तभी उसे सेना में भर्ती के लिए ले जाया गया। लेकिन सेना में भर्ती करते वक्त उसे पूरे भरोसे में नहीं लिया गया था। उन्होंने यह भी लिखा कि वो जिंदगी भर उसका चेहरा नहीं भूल पाएंगे।


एक महिला इसलिए चिल्लाए जा रही थी क्यों आर्मी उसकी पति को भर्ती के लिए ले जा रही थी। इस बीच एक सैनिक ने उस महिला थप्पड़ मार दिया और वो उसके पति को लेकर चले गए।


उन्होंने बताया कि कई महिलाएं अपने बच्चों को साथ लेकर चली जा रही थी। इनमें से कई महिलाएं उम्रदराज भी थी। एक महिला से जब उन्होंने पूरा कि वो किधर जा रही हैं। तो उसने उन्हें बताया कि वो पौलेंड जा रही हैं। जोकि वहां से 80 किलोमीटर की दूरी पर था और यह दूरी उसे पैदल की तय करनी थी।


अपनी इस भयावह यात्रा को शेयर करते हुए उन्होंने अंत में बताया कि वो इस सबको देखने के बाद निशब्द हैं। अंत में वेलकम कमेटी ने उनका और बाकी लोगों का स्वागत किया और उन्हें चाय पीने को दी।

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