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यूक्रेन की इस महिला से घबराते थे पुतिन, संकट में याद कर रहे हैं देश के लोग

दुनिया एक बार फिर दो देशों के बीच जंग देख रही है। रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ चुकी है और रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है। इन हमलों में यूक्रेन में भारी तबाही मच गई है। वहीं अमेरिका समेत दूसरे बड़े देश मूकदर्शक बने देख रहे हैं। इस युद्ध को रोकने के लिए कोई पहल होती नजर नहीं आ रही है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भी अमेरिका या यूरोप के दूसरे देशों से कोई डर नहीं है।

हालांकि कम ही लोगों को पता होगा कि पुतिन भी यूक्रेन की एक महिला से घबराते थे। वो खुलेआम रूस को चुनौती दिया करती थी। आइए जानें आखिर वो कौन है और इस समय कहां पर है।

यूक्रेन की पहली पीएम थी वो महिला

जिस महिला की हम बात कर रहे हैं वो यूक्रेन की पहली महिला प्रधानमंत्री थी। उनका नाम यूलिया था और वो ही थी जिस महिला ने पहली बार यूक्रेन की कमान संभाली थी। यूलिया की प्रसिद्धि इतनी ज्यादा थी कि वो दो बार देश की प्रधानमंत्री चुनी गई थीं। उनकी निडरता इतनी ज्यादा थी कि वो खुलेआम रूस को चुनौती दिया करती थीं। वो अपने देश को मजबूत बनाना चाहती थी।

इसी वजह से उनका सपना था कि उनका देश नाटो समूह का सदस्य बन जाए ताकि यूक्रेन पर कोई आंख उठाकर भी न देख सके। वो पश्चिमी देशों से बेहतर तालमेल बनाना चाहती थीं।

रूस को रखती थीं दो कदम पीछे

यूलिया ने दो बार यूक्रेन की कमान संभाली थी। उन्होंने पहली बार साल 2005 में और फिर साल 2007 से 2010 में पीएम का पद संभाला था। यूलिया की वजह से रूस हमेशा दो कदम पीछे ही रहता था और वो रूस को खुली चुनौती दिया करती थीं। वो रूस को एक इंच भी जमीन देने के खिलाफ थीं और हर वक्त जंग के लिए तैयार रहती थीं। यूलिया राजनेता होने के साथ ही सफल बिजनेस वुमेन भी थी। उनका यूक्रेन में बड़ा गैस का व्यापार था। इसी वजह से उनको गैस क्वीन भी कहा जाता था। वो अपने देश की सफल बिजनेस वुमेन की लिस्ट में शुमार थीं।

गैस डील में लगा भ्रष्टाचार का आरोप

यूलिया के बुरे दिनों की शुरुआत उस समय हुई जब वो राष्ट्रपति का चुनाव हार गईं। साल 2010 में उन्होंने तीसरी बार प्रेसिडेंट बनने के लिए चुनाव लड़ा था। हालांकि वो ये चुनाव हार गई थीं। इसके बाद उनके खिलाफ एक गैस डील को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लग गए। तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर ने उनको जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। यहां उनको तीन साल रखा गया। वो साल 2011 से 2014 तक जेल में रहीं। इस दौरान उनको कई यातनाएं भी दी गईं।

दोनों देशों के बीच जंग जारी है। रूस लगातार यूक्रेन पर हवाई हमले कर रहा है और नुकसान पहुंचा रहा है। वहीं खबरें ये भी आ रही हैं कि पुतिन यूक्रेन की सरकार का तख्तापलट करना चाहते हैं। वो वहां पर सरकार को गिराने के लिए ही हमले कर रहे हैं। पुतिन ने एक बयान में साफ कर दिया है कि यूक्रेन की सेना सत्ता को अपने हाथ में ले।

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