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भारत चीन डोकलाम विवाद – अमेरिका ने दिया चीन को बड़ा झटका, भारत को मिला यें फायदा…

भारत और चीन के बीच डोकलाम क्षेत्र को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत और चीन में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। जिसकी वजह से बात इतनी बढ़ गई है कि दोनों देशों की सेना ने युद्ध की तैयारी तक कर ली है। भारत चीन सीमा पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। चीन लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश करने में लगा हुआ है। दोनों देशों की भलाई इसी में है कि बातचीत से मुद्दा सुलझाया जाए क्योंकि अगर युद्ध हुआ दोनों देशों के लिए घातक सिद्ध होगा। इसका कारण ऐ की दोनों देश परमाणु ताकत से लैस हैं। इसी बीच एक खबर है की डोकलाम विवाद को लेकर अमेरिका में चीन की उम्मीदों को बडा झटका दिया है।

अमेरिका ने चीन के मंसूबों पर फेरा पानी :

दरअसल वॉशिंगटन में हर साल आयोजित होने वाली यूएस-चीन इकॉनमिक बैठक में चीन को निराशा का सामना करना पड़ा है। चीन ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय सेना चीनी इलाके में घुस आई है लेकिन चीन के लिए यह साबित करना आसान नहीं है। इस मुद्दे पर चीन पाकिस्तान जैसे देश को तो अपनी तरफ कर सकता है। क्योंकि चीन, पाकिस्तान को आर्थिक मदद और हथियार मुहैया करवाता है।

लेकिन अमेरिका जैसे बड़े देशों को अपनी मुट्ठी में करना आसान नहीं है। इस बैठक में अमेरिकी पक्ष ने ने चीन के सामने दो डिमांड रखी थी पहली चीनी एक्सपोर्टरों द्वारा उत्पन्न व्यापारिक कमी को पूरा किया जाए और दूसरी अमेरिका की कुछ व्यावसायिक मांगें थीं। दोनों देशों के अधिकारी कार्यक्रम के बाद एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई थी। लेकिन अचानक इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को कैंसल करना पड़ा जिसकी वजह से इस मीटींग का कोई नतीजा नहीं निकला और इस मीटिंग में चीन को निराशा को छोडकर कुछ हाथ नहीं आया। अमेरिका ने चीन पर सख्त रवैया अपनाया जिसकी वजह से चीन के मंसूबों पर पानी फिर गया है।

चीन से अमेरिका को पहुंचा नुकसान :

अमेरिका में ट्रंप सरकार ने चीन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि चीन की व्यावासयिक नीतियों की वजह से अमेरिका को नौकरियों के क्षेत्र में बड़ा नुकसान पहुंचा है। इसके कारण चीन को भारत के साथ डोकलाम सीमा विवाद के मुद्दे पर अमेरिका को अपने वश में करना और ज्यादा मुश्किल हो गया है। जिसका पूरा फायदा भारत को मिला है वैसे तो अमेरिका के साथ भारत के संबंध पहले से ही अच्छे हैं। मोदी की अमेरिका यात्रा पर भारत और अमेरिका के बीच कई महत्वपूर्ण समझोते हुए हैं।

अगर भारत चीन युद्ध हुआ तो :

 

भारतीय सेना की ताकत में पहले से ज्यादा इजाफा हुआ है हालांकि कुछ दिन पहले CAG की रिपोर्ट आई थी। जिसमें कहा गया था कि भारत के पास केवल 10 दिन की युद्ध सामग्री है लेकिन भारत अब लगातार अपने युद्ध सामग्री बढाने में लगा हुआ है। और चीन का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर रहा है। सेना काे एक एेसी मिसाइल मिलने वाली है, जाे मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने की क्षमता रखती है।

दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइल, विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, सर्विलांस विमान और अवाक्स विमान को मार गिराने में सक्षम है बेहद अडवांस्ड और हर मौसम में काम कर सकती है। इंडियन आर्मी में करीब 13 लाख 25 हजार सैनिक हैं उसके अलावा भारत के पास 9 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं। भारतीय सेना किसी भी हाल में हार नहीं मानती और यही कारण है की भारतीय सेना की ताकत और हिम्मत का लोहा पूरी दुनिया मानती है।

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