विशेष

दो दिनों से बिना कुछ खाए पीए पहाड़ी में फंसा हुआ था युवक, भारतीय सेना ने यूं रेस्‍क्‍यू कर बचाया

भारतीय सेना के जांबाज जवानों की वीरता और अद्भुत शौर्य की कहानियां हम आए दिन पढ़ते और सुनते रहते हैं। ऐसे में एक बार फिर भारतीय सेना के जवानों ने कुछ ऐसा किया है, जिसकी अब चारों और चर्चा हो रही है। गौरतलब हो कि केरल में एक खड़ी पहाड़ी की दरार में लगभग 48 घंटे तक फंसे हुए एक भूखे-प्यासे घायल ट्रैकर को भारतीय सेना के पर्वतारोहियों ने सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया है। आइए ऐसे में समझें सेना के शौर्य की यह पूरी कहानी।

Army have successfully rescued Mr Babu

दरअसल बता दें कि केरल के पालक्कड़ (Palakkad, Kerala) में एक ट्रैकर बीते सोमवार को पहाड़ चढ़ने की कोशिश में पहाड़ पर ही फंस गया था। जिसके बाद बुधवार सुबह को सेना ने इस ट्रैकर की जान बचा ली। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बता दें कि ट्रैकर का नाम आर.बाबू (R. Babu) है और जो पहाड़ी में फंसने के बाद घायल भी हो गया था, लेकिन जब इस शख़्स को सैन्यकर्मियों ने बाहर निकाला तो उसने राहत की साँस ली और अब उसका मुस्कुराता हुआ चेहरा सेना के साथ सामने आया है और उसने अपनी जान बचाने के लिए सेना के जवानों का शुक्रिया भी अदा किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बता दें कि, “बचाव अभियान चलाने वाले सेना के जवान आर बाबू के पास पहुंचे और उन्हें पानी और खाना दिया। इतना ही नहीं बचाव दल के एक सदस्य ने सुरक्षा उपकरण दिए और उन्हें दरार से बाहर निकाल कर पहाड़ी की चोटी पर ले गए।

” वहीं बता दें कि बीते सोमवार को आर.बाबू अपने दो दोस्तों के साथ मालापुझा (Malapuzha) स्थित चेराद हिल (Cherad Hill) की चढ़ाई करने के लिए पहुंचा था और बाबू के दोस्तों ने बीच में ही पहाड़ की चढ़ाई छोड़ दी लेकिन बाबू लगा रहा और पहाड़ की चोटी तक पहुंच गया, लेकिन यहाँ तक पहुंचने के बाद उसकी किस्मत ने धोखा दे दिया और फिर वो चोटी से फिसल गया और जिसके बाद वो दो चट्टानों के बीच फंस रहा, फिर बाद में सेना ने मशक्क्त करते हुए उसे बाहर निकाला।


मालूम हो कि केरल के पलक्कड़ ज़िले में 1,000 फीट यानी 305 मीटर कुरुम्बाची अपनी खड़ी पहाड़ियों वाले इलाके के लिए जानी जाती है और राज्य के वन विभाग ने पहले ही ट्रैकर को पहाड़ी पर चढ़ने के जोखिम के बारे में चेतावनी दी थी। लेकिन फिर भी आर बाबू ने अपने साथियों के साथ पहाड़ी चढ़ने का प्रयत्न किया और जिसके बाद यह हादसा हुआ।

Army have successfully rescued Mr Babu

वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन्स के सदस्य लेफ़्टिनेंट जनरल ए. अरुण, जीओसी, दक्षिण भारत एरिया ने बताया कि, “बैंग्लोर पैराशूट रेजिमेंटल सेंटर की टीम बुलाई गई। इसके साथ ही हमारे पास प्रतिभाशाली हाई आल्टिट्यूड वॉरफ़ेयर टीम और मद्रास रेजिमेंटल सेटर, वेलिंगटन में कुछ ऐसे पर्वातारोही थे जिन्होंने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की है।”


वहीं उन्होंने आगे बताया कि सेना के सदस्य रातभर चलकर लोकेशन पर पहुंचे और भोर होते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया। वहीं ड्रोन्स की मदद से उस जगह का पता लगाया गया जहां आर.बाबू फंसा हुआ था। इसके अलावा बता दें कि आर. बाबू को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया गया था लेकिन सफ़लता नहीं मिली और तेज़ हवाओं की वजह से मिशन अबोर्ट करना पड़ा।

Army have successfully rescued Mr Babu

इतना ही नहीं ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार की रात अधिकारियों ने जंगली जानवरों को दूर रखने के लिए पहाड़ी के पास अलाव जलाए रखा और इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की ओर से मदद का अनुरोध करने पर भारतीय सेना की एक टीम को बुलाया गया एयर आख़िरकार सेना ने बुधवार सुबह आर बाबू से संपर्क स्थापित किया और उन्हें बताया कि , “हम पहुंच गए, आप चिंता न करे।”

Back to top button