समाचार

हिजाब विवाद पर हेमा का बयान: ‘स्कूल शिक्षा के लिए होते हैं और वहां धार्मिक मामलों के लिए नहीं’

कर्नाटक के स्कूल-कॉलेज में बुर्का और हिजाब बैन को लेकर पूरे देश में चर्चा छिड़ी हुई है। इस मुद्दे पर सियासी लोगों के अलावा बॉलीवुड से जुड़े लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

कुछ लोग स्कूल-कॉलेज में समान यूनिफॉर्म का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ लोग कह रहे हैं कि स्कूल-कॉलेज में हर व्यक्ति को अपनी तरह कपड़े पहन कर आने की आजादी होनी चाहिए। कमल हासन और रिचा चड्ढा जैसे लोग स्कूल में हिजाब पहन कर आने का समर्थन कर रहे हैं, तो अब सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने भी इस मुद्दे पर अपना रुख सामने रखा है।

कर्नाटक में हिजाब विवाद के मुद्दे पर बीजेपी की नेता और सांसद हेमा मालिनी का बयान सामने आया है। हेमा मालिनी ने कहा कि स्कूल शिक्षा के लिए होते हैं और वहां धार्मिक मामलों को नहीं अपनाया जाना चाहिए।

hema malini and mulayam singh yadav

यूपी के मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने आगे कहा कि हर स्कूल में एक यूनिफॉर्म होता है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। आप स्कूल के बाहर जो चाहें पहन सकते हैं।

वहीं, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हिजाब विवाद के बीच बुधवार को कहा कि किसी भी संस्थान के ‘ड्रेस कोड (परिधान नियमावली), डिसिप्लिन (अनुशासन), डेकोरम डिसीज़न (गरिमा बनाए रखने संबंधी निर्णय) को सांप्रदायिक रंग देना भारत की समावेशी संस्कृति के खिलाफ साजिश है।

आपको बता दें कि यह विवाद इस साल जनवरी मे कर्नाटक के उडुपी और चिक्कमंगलुरु से शुरू हुआ था। उस वक्‍त कुछ शिक्षण संस्‍थाओं में छात्राएं हिजाब पहनकर आई थीं, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। इसके बाद राज्‍य के कुंडापुर और बिंदूर में भी इसी तरह से कुछ छात्राओं के शिक्षण संस्‍थानों में हिजाब पहनकर आने से यह मामला काफी बढ़ गया था। फिलहाल यह मामला हाईकोर्ट में है।

कर्नाटक सरकार ने राज्य में Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है। इस वजह से अब सभी स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत सरकारी स्कूल और कॉलेज में तय यूनिफॉर्म ही पहनी जाएगी, प्राइवेट स्कूल भी अपनी खुद की एक यूनिफॉर्म चुन सकते हैं।

Back to top button