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भारत में पहली बार ब्लॉकचेन शादी हुई, क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में NFT ट्रांसफर होते ही बने पति-पत्नी

कोरोना काल में डिजिटल शादी का चलन तो शुरू ही हो गया था। अब भारत में पहली बार ब्लॉकचेन शादी भी संपन्न हो गई है। डिजिटल शादी में दूल्हा-दुल्हन डिजिटल तरीके से सारी रस्में निभाते हैं, मेहमान भी ऑनलाइन दुल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देते हैं। वहीं फूड डिलीवरी कंपनी द्वारा मेहमानों के घर पर ही पार्टी का खाना पहुंच जाता है।

लेकिन अब भारत के एक जोड़े ने  इससे भी आगे बढ़ते हुए नए तरीके से वेडिंग का आयोजन किया, जिसे ब्लॉकचेन वेडिंग कहा जाता है। भारत में पहली बार ब्लॉकचेन शादी हुई है।

पुणे के कपल ने की ब्लॉकचेन शादी

पुणे के रहने वाले अनिल नरसीपुरम और श्रुति नैयर  ने ब्लॉकचेन (Blockchain) पर शादी की है। कहा जा रहा है कि ये देश का पहला कपल है, जिसने ऐसे अपने विवाह को संपन्न किया है। दरअसल 2021 में अनिल और श्रुति ने कोविड-19  के कारण ऑनलाइन शादी का आयोजन किया। जिसे पंडित ने डिजिटल ही संपन्न कराया।

दुल्हे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। दूल्हे ने बताया कि उसने अपनी शादी को ब्लॉकचेन ऑफिशियल किया है। इसे एथेरियम स्मार्ट कॉन्टैक्ट के साथ किया गया। शादी के लिए एक विशेष एनएफटी बनाई गई जिसमें दुल्हन की अंगूठी का इस्तेमाल किया गया। जबकि कपल के फोटो को उसमें एम्बेड किया गया था।

डिजिटल पंडित ने पढ़े मंत्र

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बताया जा रहा है कि कपल के मैरिज फंक्शन के लिए क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet) को सेटअप किया था। अनिल नरसीपुरम ने कहा कि उनके डिजिटल पंडित अनूप पाकी ने ओपनसी (OpenSea) पर एनएफटी (NFT) कर मुझे ट्रांसफर कर दिया। जिसके बाद दोनों लैपटॉप लेकर शादी की रस्म पूरी करने के लिए बैठ गए। उनके रिश्तेदार गूगल मीट (Google Meet) के जरिए शादी समारोह में शामिल हुआ और उसके गवाह बने।

दूल्हे ने NFT को दुल्हन के डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर किया

अनिल नरसीपुरम ने कहा कि ट्रांजैक्शन को केवल 15 मिनट के फंक्शन में पूरा किया गया। दोनों ने सारे वादों को पढ़ा और पंडित का आशीर्वाद लेते हुए एनएफटी को अपनी वाइफ के डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया। इस ट्रांजैक्शन के पूरा होते ही पंडित ने दूल्हा-दुल्हन को पति-पत्नी घोषित कर दिया।

NFT एक डिजिटल संपत्ति है

एनएफटी का मतलब नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Token) है। यह एक तरह की डिजिटल संपत्ति है। इसे ब्लॉकचेन तकनीक के जरिए संभाला जाता है। इसकी मदद से जीआईएफ, फोटोज, वीडियो क्लिप्स, पेटिंग और अन्य कीमती डिजिटल असेट का मालिकाना हक तय होता है। एनएफटी को नीलामी की तरह समझ सकते हैं। मान लीजिए कि कोई ऐसी चीज है, जिसकी दूसरी कॉपी नहीं है। उसे एनएफटी कर लोग पैसे कमाते हैं। एनएफटी क्रिप्टोकरेंसी के जरिए की जाती है।

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