राजनीति

कौन हैं कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक? जो जाति की दीवार तोड़कर बनी अनिल यादव की दूसरी पत्नी…

अखिलेश यादव से इंस्पायर पंखुड़ी पाठक अब कांग्रेस का करेंगी यूपी में चुनावी बेडा पार...

यूपी की राजनीति में पंखुड़ी पाठक एक जाना-पहचाना नाम है और सबसे बड़ी बात है कि पंखुड़ी पाठक छात्र राजनीति से निकलकर मुख्य राजनीति में आई हैं। वैसे पंखुड़ी पाठक अपनी राजनीति की वजह से जितनी चर्चा बटोरती हैं। उससे कहीं ज्यादा चर्चा का विषय उनका निजी जीवन रहता है। बता दें कि पंखुड़ी पाठक एक समय समाजवादी पार्टी के साथ थी और अखि‍लेश यादव के साथ उनकी वाइफ डिंपल यादव से काफी प्रभावि‍त रहीं। लेकिन अब वो कांग्रेस का दामन थाम चुकी है।

इतना ही नहीं बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election) में कांग्रेस पार्टी ने पंखुड़ी पाठक को नोएडा (Noida) विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। आइए ऐसे में जानते हैं कौन हैं पंखुड़ी पाठक…

Pankhuri Pathak

बता दें कि पंखुड़ी पाठक दिल्ली के एक संभ्रांत परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उनके माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं। इसके अलावा बता दें कि पंखुड़ी ने 2010 मुख्यधारा की राजनीति ज्वाइन की और सपा पार्टी की सक्रिय सदस्य बनी।

वहीं मालूम हो कि बीते साल समाजवादी पार्टी में विवादों के चलते पंखुड़ी पाठक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। इसके चलते वह 2010 में पार्टी से जुड़ीं। बीते साल समाजवादी पार्टी में विवादों के चलते पंखुड़ी पाठक से पार्टी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।

पंखुड़ी पाठक दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएट हैं और उन्होंने छात्र राजनीति की तरफ रुख ग्रेजुएशन के दौरान ही किया था। मालूम हो कि 2010 में पंखुड़ी कॉलेज की जॉइंट सेक्रेट्री भी बनीं थीं।

इसके बाद 2013 में पंखुड़ी पाठक को सपा ने ‘लोहिया वाहिनी’ का राष्ट्रीय सचिव बनाया और फिर 2016 में वो पार्टी की प्रवक्ता बना दी गईं। बता दें वहीं सपा पार्टी में रहते हुए उन्होंने पार्टी के ही नेता अनिल यादव को दिल दे दिया और उसके बाद दिसंबर 2019 में पंखुड़ी पाठक ने अनिल यादव संग लव मैरिज की।

हाँ यहाँ जानकारी के लिए बता दें बता कि पंखुड़ी अनिल यादव की दूसरी पत्नी हैं और अनिल यादव का पहली पत्नी से तलाक हो चुका है।

वहीं आखिर में बता दें कि कुछ साल पहले बतौर समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने कहा था कि, “वह अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव से इंस्पायर हैं।” हाँ यह इंस्पीरेशन लम्बा नहीं चला और आखिरकार उन्होंने पार्टी बदल ली। ऐसे में अब देखना होगा कि लड़की हूँ लड़ सकती हूँ के दौर में पंखुड़ी कांग्रेस के लिए कितनी फायदेमंद होगी, यह 10 मार्च को ही पता चलेगा।

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