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योगी सरकार कर रही शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाई, जानें!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सत्ता में आने के साथ ही यह दावा किया था कि वह प्रदेश को सुशासन कायम करेंगे और प्रदेश को अपराधमुक्त बनायेंगे। सत्ता में आने के साथ ही प्रदेश में कई बदलाव किये गए एवं प्रदेश के विकास के लिए कई अहं फैसले भी लिए गए। प्रदेश में बढ़ते अपराध और छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए प्रदेश में एंटी रोमियो दल का गठन किया गया।

प्रदेश में कायम है शराब माफियाओं का कहर:

इसके साथ ही अपराध की समस्या से प्रदेश को मुक्त करने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़े निर्देश दिए गए। अखिलेश सरकार में जहाँ लोग अपनी रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा पाते थे, वहीँ अब प्रदेश में होने वाले सभी अपराधों की 100 प्रतिशत रिपोर्ट दर्ज की जाती है। प्रदेश में एक और सबसे बड़ी समस्या है, जिसपर योगी सरकार ने ध्यान देना शुरू कर दिया है। जी हाँ शराब माफियाओं का कहर।

की जा रही है शराब माफियाओं के खिलाफ कार्यवाई:

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने विधान परिषद में कहा कि प्रदेश के शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जा रही है। अब तक इस प्रक्रिया के अंतर्गत 3392 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। आपको बता दें शून्य प्रहर में बहुजन समाज पार्टी के सुनील कुमार चित्तौड़, डॉ. विजय प्रताप, दिनेश चन्द्र और अन्य सदस्यों ने 7 जुलाई को आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बारे में सुचना दी।

सुचना की ग्राह्यता पर सुनील कुमार चित्तौड़, अतर सिंह एवं डॉ. विजय प्रताप ने अपने विचार व्यक्त किये। बसपा सदस्यों ने कहा कि आजमगढ़ की घटना में सभी छोटे कर्मचारियों को निलम्बित किया गया है, जबकि किसी बड़े अधिकारी पर कोई कार्यवाई नहीं हुई। बसपा सदस्य चित्तौड़ ने कहा कि नैतिकता के आधार पर आबकारी मंत्री को तुरंत अपना इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।

ज़हरीली शराब की वजह से 52 महिलाएँ हो चुकी हैं विधवा:

बसपा सदस्य चित्तौड़ ने यह भी कहा कि पप्रदेश की गरीब जनता को जहरीली शराब पिलाकर मारा जा रहा है। मृतकों के परिजनों को 2 लाख रूपये देकर उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। सरकार को इसके लिए जिम्मेदार अधिकारीयों को भी गिरफ्तार करना चाहिए और उन्हें सजा देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शामली जिले के उन क्षेत्र के टोडा गाँव में जहरीली शराब पीने की वजह से 52 महिलाओं का सुहाग उजड़ गया है।

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