अध्यात्म

अगर आपके बच्चे के साथ भी होता है ये तो बुधवार के दिन उसे पहनाएं ये, जल्द होगा समस्या का समाधान!

अक्सर कई बच्चों में अनेक तरह की बीमारियाँ होती हैं। उनमें से ही एक सबसे कॉमन बिमारी है भूलने की। अक्सर बच्चों को भूलने की बिमारी होती है। इस वजह से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बच्चे पढ़कर भूल जाते हैं। इस वजह से अगले दिन उन्हें अपनी क्लास में सबके सामने शर्मिंदा होना पड़ता है। कई बार तो इस भूलने की आदत की वजह से पिटाई भी होती है।

इलाज का भी नहीं होता कोई फायदा:

बच्चा पढ़ने में काफी तेज होता है, इसके बाद भी उसके नंबर काफी कम आते हैं। इस वजह से बच्चा अवसाद का शिकार हो जाता है। कई बच्चों का ध्यान पढ़ाई में बिलकुल भी नहीं लगता है। ऐसे में आज के समय में वह अन्य बच्चों से काफी पीछे रह जाता है। इस भूलने की बिमारी के लिए बच्चे के माँ-बाप काफी इलाज कराते हैं, लेकिन उसका ज्यादा फायदा नहीं होता है।

पढ़ाई का ग्रह है बुध:

अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसी समस्या है तो चिंता करना छोड़ दीजिये। गणेश रुद्राक्ष अपनाकर आप इन सभी समस्याओं से मुक्त हो सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार पढ़ाई का ग्रह बुध होता है। अगर आप पढ़ाई में सफल होना चाहते हैं तो उसके लिए आपका बुध ग्रह अनुकूल होना चाहिए। अगर बुध ग्रह अनुकूल होता है तो व्यक्ति की बुद्धि काफी तेज होती है।

गणेश रुद्राक्ष करता है एकाग्रता में वृद्धि:

सामान्य प्रयास करने पर भी उसे काफी सफलता मिलती है। अगर आपका बुध अनुकूल नहीं है तो आप गणेश रुद्राक्ष धारण करना काफी फायदेमंद हो सकता है। गणेश रुद्राक्ष धारण करने से बुध अनुकूल फल देने लगता है। गणेश रुद्राक्ष एकाग्रता में वृद्धि करता है साथ ही स्मरण शक्ति और लेखन शक्ति को बढ़ाता है। इसके प्रभाव में आने के बाद सामान्य प्रतिभा वाला विद्यार्थी भी बेहतर प्रदर्शन करता है।

हरे रंग में धागे में धारण करें गणेश रुद्राक्ष:

गणेश रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसे गाय के कच्चे दूध तथा गंगाजल से धोकर उसकी विधिवत पूजा करनी चाहिए। पूजा करने के पश्चात् गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें। गणेश रुद्राक्ष को किसी और रंग के धागे की बजाय हरे रंग के धागे में धारण करें। किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष में जिस भी दिन बुधवार को सर्वार्थसिद्ध योग बन रहा हो, उस दिन गणेश रुद्राक्ष अपने बच्चे को धारण करवायें।

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