बॉलीवुड

कभी कुली तो कभी बस कंडक्टर बने रजनीकांत, फिर ऐसे लोगों के लिए ‘भगवान’ बने ‘थलाइवा’

दक्षिण भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े कलाकार माने जाने वाले रजनीकांत आज 71 साल के हो गए हैं. रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु में हुआ था. दक्षिण भारतीय सिनेमा के इस दिग्गज़ कलाकार ने हिंदी सिनेमा में भी अपने हुनर का जलवा दिखाया है. अपने फैंस के बीच ‘थलाइवा’ के नाम से लोकप्रिय रजनीकांत का असली नाम शिवाजीराव गायकवाड़ है.

परिवार ने रजनीकांत का नाम शिवाजीराव गायकवाड़ रखा था हालांकि फिल्मों में एंट्री के साथ उन्होंने अपना नाम बदलकर रजनीकांत रख लिया. साल 1975 में उनके फ़िल्मी करियर की शुरुआत करीब 25 साल की उम्र में हुई. लेकिन फिल्मों में आने से पहले रजनीकांत कुली, बस कंडक्टर के रूप में काम कर चुके हैं.

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रजनीकांत ने सिनेमा जगत में नाम कमाने के लिए काफी संघर्ष किया है. वे भी कभी एक आम आदमी की तरह ही जीवन जीते थे और एक माध्यम वर्गीय परिवार से उनका संबंध था लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और गजब की अदाकारी से उन्होंने देश-दुनिया को अपना दीवाना बनाया और सिने जगत पर छा गए.

रजनीकांत की फैन फॉलोइंग दक्षिण भारतीय सिनेमा या हिंदी सिनेमा तक ही सीमित नहीं है. बल्कि उन्हें पूरी दुनिया में पहचाना जाता है. रजनीकांत एक गरीब परिवार में पैदा हुए थे. वे अपने परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. रजनीकांत के पिता का नाम रामोजी राव गायकवाड़ था जो कि एक हवलदार थे. वहीं उनके माँ का नाम जीजाबाई था. जब उनकी मां का निधन हुआ तो उनका परिवार बिखरने लगा था.

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जब परिवार पर संकट आया तो इसके बाद रजनीकांत कुली बन गए. कुली का काम करने के बाद अभिनेता बन गए बढ़ई. इस काम को करने के बाद अभिनेता ने बस कंडक्टर की नौकरी भी की. वे यह नौकरी बेंगलुरू परिवहन सेवा (बीटीएस) में करते थे. हालांकि उनकी किस्मत में तो सिने जगत का एक अमिट सितारा बनना लिखा था.

अभिनय में रूचि होने के चलते रजनीकांत ने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखें. बताया जाता है कि ‘थलाइवा’ ने साल 1973 में मद्रास फिल्म संस्थान में एडमिशन लिया और अभिनय में डिप्लोमा लिया. इसके बाद साल 1975 में उनके फ़िल्मी करियर का आगाज हुआ. इस दौरान उनकी पहली फिल्म अपूर्वा रागंगल रिलीज हुई थी.

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कहते है कि डेब्यू फिल्म से ही रजनीकांत को पहचान मिल गई थी. अपने कदम सिनेमा जगत में रखने के साथ ही रजनीकांत ने अपने हौंसले बुलंद कर लिए थे. रजनीकांत दक्षिण भारतीय सिनेमा में बड़ा नाम बन चुके थे. इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत की थी.

साल 1983 में आई फिल्म ‘अंधा कानून’ रजनीकांत की पहली डेब्यू फिल्म थी. अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म में उन्होंने अमिताभ बच्च्चन और हेमा मालिनी जैसे दिग्गज़ सितारों के साथ काम किया था. इसके बाद हिंदी सिनेमा में उन्होंने ‘मेरी अदालत’, ‘जान जॉनी जनार्दन’, ‘भगवान दादा’, ‘दोस्ती दुश्मनी’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘असली नकली’, ‘हम’, ‘खून का कर्ज’, ‘क्रांतिकारी’, ‘अंधा कानून’, ‘चालबाज’, ‘इंसानियत का देवता’, रॉबोट जैसी फिल्मों में काम किया.

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रजनीकांत को मिले पुरष्कार…

रजनीकांत को सिनेमा में दिए गए अपने अमूल्य योगदान के लिए सिनेमा के सबसे बड़े पुरस्कार से नवाजा गया है. उन्हें इसी साल यह सम्मान मिला है. वहीं उन्हें साल 2000 में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था. जबकि एक्टर को 45वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (2014) में सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनेल्टिी ऑफ द ईयर से नवाजा गया था. साल 2014 में उन्हें छह तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया था.

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अब ‘थलाइवा’ के निजी जीवन पर नज़र डालें तो उन्होंने साल 1981 में लता रंगाचारी से शादी की थी. रजनीकांत अपनी पत्नी से 8 साल बड़े हैं. दोनों दो बेटियों के माता-पिता हैं. एक का नाम ऐश्वर्या और एक का नाम सौंदर्या है.

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