राजनीति

कौन है सायोनी घोष, जिनकी गिरफ्तारी के विरोध में गृह मंत्रालय के बाहर धरने पर बैठे TMC नेता

यह वो महिला है जिस ने हिन्दू धर्म का बेहद बड़ा अपमान किया था और TMC ने इस चीज़ के लिए उसे इनाम दिया था

भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक युद्ध बंगाल से अब त्रिपुरा में शिफ्ट हो गया है, और मामला यहां तक बढ़ गया है कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी खुद इस विवाद में कूद पड़ी हैं। ममता बनर्जी ने अपने सभी सांसदों को भी इस जंग के खिलाफ मैदान में उतार दिया है। सियासी घमासान को लेकर त्रिपुरा में सरगर्मी बढ़ गई है। TMC की यूथ प्रेसिडेंट सायोनी घोष की क्यों गिरफ्तारी हुई और इस मामले में अपडेट क्या है यह बताएं इससे पहले आपको यह बताते हैं कि सायोनी घोष कौन हैं ।

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कौन है सायोनी घोष ?

दरअसल सायोनी घोष 2010 में सिनेमा जगत में एंट्री की थी। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा, और फिर कुछ ऐसा हुआ कि वे अचानक सुर्खियों में आ गई, और सायोनी घोष की सुर्खियों में आने का मुख्य कारण था 2015 में किया गया उनके द्वारा आपत्तिजनक ट्वीट। उनका यह ट्वीट बहुत ज्यादा वायरल हुआ।

सायोनी ने एक बार शिवलिंग पर कंडोम लगाते हुए एक महिला की तस्वीर पोस्ट की थी। शिवलिंग को भगवान शिव के सबसे पवित्र रूपों में से एक माना जाता है। वैसे में हिंदू भावनाओं को आहत करने वाली यह नेत्री ने सस्ती लोकप्रियता के लिए यह हरकत किया। जब विधानसभा चुनाव में ममता ने सायोनी को चुनाव मैदान में उतारा तब बीजेपी ने इस ट्वीट को याद दिलाते हुए ममता से सवाल पूछा था।

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27 जनवरी 1993 को जन्मी सायोनी घोष बंगाली सिनेमा और टेलीविजन में एक्टिंग किया है। वह गायक भी रही हैं और अब पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं। सायोनी के एक्टिंग करियर की शुरुआत एक फिल्म इच्छे दाना के साथ हुई थी लेकिन उन्हें पहचान मिली बड़े पर्दे पर नोटोबोर नॉटआउट फिल्म के एक छोटा रोल से। उन्होंने राज चक्रवर्ती की शोत्रु में भी अभिनय किया। राज चक्रवर्ती के दैनिक धारावाहिक प्रोलॉय आशे में एक जर्नलिस्ट की भूमिका निभाईं। इसके बाद सायोनी के जीवन में फिल्मों की लाइन लग गई।

 

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सायोनी 2013-14 में कोलकाता फुटबॉल लीग में जलसा मूवीस के लिए को-होस्ट का भी काम कर चुकी हैं। इसी साल मार्च में संपन्न हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में भी सायोनी आसनसोल दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से अपनी भाग्य आजमायी थीं हालांकि उनको बीजेपी के उम्मीदवार अग्निमित्र पॉल से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद अभिषेक बनर्जी को जून 2021 में तृणमूल कांग्रेस की यूथ प्रेसिडेंट पद से हटने के बाद यह जगह सायोनी घोष को दी गई।

क्यों सुर्खियों में हैं सायोनी घोष ?

त्रिपुरा पुलिस ने रविवार को एक्ट्रेस और तृणमूल कांग्रेस नेता सायोनी घोष को लोगों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया। शनिवार को आश्रम चौमुहानी इलाके में मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की एक नगरपालिका चुनाव रैली में बाधा पहुंचाने के लिए अगरतला पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।

पत्रकारों से बात करते हुए, पश्चिम त्रिपुरा के एएसपी जगदीश रेड्डी ने कहा- “हमें सायोनी के खिलाफ शिकायत मिली फिर हमने पूछताछ के लिए बुलाया। गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद, हमें इस बात के सबूत मिले कि आईपीसी की धारा 153, 153ए, 307 और 120बी के तहत दर्ज मामले में उनकी संलिप्तता थी। इसलिए हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है।”

एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘सायोनी घोष ने शनिवार को मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की सभा में एक किनारे पर खड़े होकर हंगामे किए और ‘खेला होबे’ के नारे लगाए। इस हंगामे के बाद उनके खिलाफ शनिवार रात पूर्वी अगरतला महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी।

क्या है अपडेट ?

दरअसल तृणमूल कांग्रेस की यूथ विंग की नेता सायोनी घोष कि अगरतला में गिरफ्तारी के खिलाफ टीएमसी सांसदों ने दिल्ली में धरना दिया। टीएमसी सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए दिल्ली के साउथ ब्लॉक पहुंचे।

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गृह मंत्रालय के बाहर जूटकर टीएमसी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की । पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद टीएमसी नेता गृह मंत्रालय के गेट पर अड़े हुए थे। आपको बता दें कि टीएमसी की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी दिल्ली में सायोनी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाने आ रही हैं।

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सायोनी की गिरफ्तारी के अगले दिन तृणमूल कांग्रेस ने यह फैसला लिया कि दिल्ली में उनके कार्यकर्ता और सांसद प्रदर्शन करेंगे, लेकिन बाद में इस फैसले में बदलाव किया गया, और फिर टीएमसी नेता गृह मंत्री से मिलने के लिए दिल्ली की ओर कूच कर गए। गृह मंत्री से मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट न मिलने पर टीएमसी नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने गृह मंत्रालय के गेट पर धरना देते हुए नारेबाजी की।

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