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अयोध्या में राम मंदिर के अलावा बनेगा भगवान आदिनाथ का भव्य मंदिर, सरकार देगी 5 एकड़ जगह

अयोध्या के राम मंदिर पर फैसला आने के बाद से ही लगातार विकास कार्य चल रहा है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर इस शहर को अद्भुत तरीके से विकसित कर रही हैं। इस शहर का न सिर्फ ढांचागत विकास किया जा रहा है बल्कि इसको अध्यात्मिक तौर पर भी विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में राम मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर भगवान आदिनाथ का मंदिर बनाने का भी फैसला किया गया है।

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भगवान ऋषभदेव की जन्म स्थली अयोध्या को हस्तिनापुर के जंबू द्वीप की तर्ज पर विकास करने की योजना बनी है। जंबू द्वीप से जुड़ी ज्ञानमती माताजी के निर्देशन में दिगंबर जैन अयोध्या तीर्थ क्षेत्र कमेटी इस पर कार्य कर रही है। आदिनाथ के इस मंदिर को भव्य रूप देने के लिए लगभग 100 करोड़ से अधिक का बजट प्रस्तावित है। लखनऊ के जाने-माने कई आर्किटेक्ट इस मंदिर का मास्टर प्लान तैयार कर रहे हैं।

भगवान आदिनाथ के इस नए मंदिर के बारे में दिगंबर जैन अयोध्या तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष पीठाधीश स्वामी रविंद्र कीर्ति जी महाराज ने बताया कि ज्ञानमती माताजी करीब 26 वर्षों से अयोध्या के विकास के लिए कार्य कर रही हैं। अयोध्या में अब तक 9 मंदिरों का निर्माण हो चुका है। इसी चरण में आदिनाथ तीर्थंकर ऋषभदेव भगवान की जन्म स्थली को भी भव्य रूप देने की तैयारी चल रही है।

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समिति के सचिव डॉ जीवन प्रकाश ने बताया कि अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के भव्य मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर ही भगवान आदिनाथ के मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। इस मंदिर कार्य का शुभारंभ होली के आसपास होगा। समिति के एक सदस्य से हमें यह भी जानकारी मिली है कि जैन तीर्थ क्षेत्र को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार भी 5 एकड़ भूमि देने की तैयारी कर रही है।

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इस संदर्भ में कमेटी के सदस्य ने बताया कि प्रधानमंत्री इस भूमि को लेकर जल्द घोषणा कर सकते हैं । आपको बता दें कि इस मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए जैन समाज के पास पहले से ही 7 एकड़ जमीन मौजूद है लेकिन इस क्षेत्र को भव्य रूप देने के लिए केंद्र सरकार 5 एकड़ जमीन देने पर विचार कर रही है।

आपको बता दें कि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण की खुदाई के दौरान जैन मंदिर से जुड़े अवशेष प्राप्त होने की जानकारी सामने आई थी, जिसके बाद से जैन समाज ने इस क्षेत्र को जैन तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य तेज कर दिया। अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर के निर्माण के साथ ही जैन तीर्थ के विकास से इस धर्मनगरी का और भी मान बढ़ जाएगा, और यह स्थान हिंदू और जैन श्रद्धालुओं के लिए और भी पावन हो जाएगा।

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